अनदेखी. बोरियो सीडीपीओ कार्यालय का कारनामा
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आयरन की गोलियों से भरी जली हुई बाेरियां बरामद!
अनदेखी. बोरियो सीडीपीओ कार्यालय का कारनामा साहिबगंज : जिले के बोरियो प्रखंड में सोमवार को बाल विकास परियोजना कार्यालय के सामने क्षतिग्रस्त मकान में कुछ बच्चे रैपर से दवा निकाल कर उक्त दवा से खेल रहे थे. बच्चों ने बताया कि बोरा में बहुत सारी दवा मकान में रखा पड़ी है. जब लोगों ने जाकर […]
साहिबगंज : जिले के बोरियो प्रखंड में सोमवार को बाल विकास परियोजना कार्यालय के सामने क्षतिग्रस्त मकान में कुछ बच्चे रैपर से दवा निकाल कर उक्त दवा से खेल रहे थे. बच्चों ने बताया कि बोरा में बहुत सारी दवा मकान में रखा पड़ी है. जब लोगों ने जाकर देखा तो हैरान रह गये. उक्त जर्जर मकान में दो बोरा आयरन की गोली रखी थी. साथ ही कई बोरा दवा जला हुआ पड़ा था. जलाी दवा का देखने से ऐसा लग रहा था कि लगभग 50 हजार आयरन की गोली जलायी गयी हो. इस मामले में बोरियो सीडीपीओ श्रीमती भारती से जानकारी प्राप्त करने के लिये उनके मोबाइल पर फोन किया गया लेकिन फोन नहीं उठा.
आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरण करने लायी गयी थी आयरन की गोली
जलायी गयी आयरन की गोली आंगनबाड़ी केंद्रो में खून की कमी एेनिमिक महिला व युवतियों को दिया जाता है ताकि किशोरी व महिला एेनिमिक बीमारी से बची रह सके.
रेडी-टू-इट के बोरे में भरा था एक्सपायरी दवा
जलायी गयी दवा के पास जिस दो बोरा में आयरन की गोली भरा पड़ी था वह बोरी रेडी टू इट का बोरा था. उक्त बोरा में आंगनबाड़ी केंद्रो का रेडी टू इट आता है.
एक्सपायरी दवा को नष्ट करने का क्या है तरीका
जिला सदर अस्पताल के चिकित्सक के अनुसार अगर दवा कम मात्रा में एक्सपायरी होती है तो दवा को रैपर से निकाल कर जमीन में गड्ढा कर उसे गाड़ दिया जाता है और रैपर को जला दिया जाता है. इसके अलावे दवा अगर बड़ी मात्रा में एक्सपायरी होती है तो एक्सपायरी तिथि से तीन माह पूर्व दवा को कंपनी भेज देने से उक्त दवा को कंपनी लेकर नयी तिथि की दवा दे देती है.
अप्रैल 2017 में एक्सपायर हुआ था आयरन की गोली
जलायी गयी आयरन की गोली मेनीफेक्चरी डेट मई 2015 व एक्सपायरी डेट अप्रैल 2017 अंकित है. साथ ही दवा के रेपर में झारखंड सरकार के उपयोग हेतु का मोहर लगा है.
क्या कहते हैं बीडीओ
बाल विकास परियोजना कार्यालय समीप आयरन की गोली जलाने का मामला गंभीर है जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
आशीष मंडल, बीडीओ, बोरियो
सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने को लेकर लाखों रुपये खर्च कर दर्जनों योजना चला रही है. ताकि स्वास्थ्य योजना का लाभ सभी को मिल सके. लेकिन सरकारी कुरसी पर बैठे अधिकारी अपनी सुविधा के अनुसार ही अपना शासन चलाना पसंद करते है. इसके लिये जनता को किसी प्रकार की सुविधा से कोई लेना-देना नहीं है.
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