साहिबगंज : प्राथमिकता के आधार पर पहाड़ों पर संपूर्ण विकास कार्य किये जायेंगे. इसके लिये सबसे पहले जिले के सभी पहाड़ों को विकास कार्यों का सर्वे कराया जायेगा. उक्त बातें उपायुक्त डॉ शैलेश चौरसिया ने गुरुवार को विकास भवन स्थित अपने कार्यालय में उस वक्त कहा जब दर्जन भर पहाड़िया बरहेट प्रखंड के सनमनी पहाड़ से मिलने साहिबगंज पहुंचा.
दर्जनों पहाड़िया बरहेट प्रखंड के सनमनी पंचायत के सनमनी पहाड़ से गुरुवार को डीसी से मिलने ग्राम प्रधान मैसी पहाड़िन के नेतृत्व में साहिबगंज पहुंचा. जहां मैसी पहाड़िन ने बतायी कि उनके बस्ती में 55 पहाड़िया परिवार यानि की 250 से 300 आबादी रहता है. लेकिन ये पूरी आबादी विकास के किरण से कोसों दूर है. यहां के लोगों को तब तक इंदिरा आवास, बिरसा मुंडा आवास का पीएम आवास से कोई घर भी नहीं मिला है. जबकि यहां के ग्रामीण पंचायत से लेकर प्रखंड कार्यालय तक कई बार आवेदन देकर चक्कर काट चुके हैं. सभी जगह से हार कर अंत में डीसी से मिलने पहुंचा.
गांव के एक मैट्रिक पास युवक सुरेश मालतो बताते हैं कि अजादी के इतने वर्ष बाद भी गांव में बिजली नहीं पहुंची है. सरकार शिक्षा पर जिले में प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपये खर्च करती है. लेकिन सनमनी पहाड़ पर एक प्राथमिक स्कूल तक नहीं है. दो किमी दूर पहाड़ से नीचे सनमनी गांव में है. जहां हमारे बच्चे पढ़ने नहीं जा सकते हैं. सुरेश का पढ़ाई बरहेट के किसी मिशन स्कूल से हुआ. पीने के लिये पानी अभी भी झरणा से भरा जाता है. सरकार से एक कुआं तक नहीं मिला है. गांव में आज तक एक रोड तक नहीं बना है. स्वास्थ्य केंद्र का नामाेनिशान तब नहीं है. बीमार पड़ जाने के बाद मरीज को खटिया में लादकर कंधे में लेकर पहाड़ से उतारना पड़ता है और फिर स्वास्थ्य केंद्र तक जाते हैं. डीसी से भेंट करने आये भीमा पहाड़िया, देवा पहाड़िया, चंदा पहाड़िन, गंगा पहाड़िन, मोंगला पहाड़िया, सुरेश मालतो, सूरजा पहाड़िया, बेंजामिन पहाड़िया, मैसी पहाड़िन व सामसुन मातलो सहित दर्जनों पहाड़िया अपने साथ प्रधानमंत्री आवास का आवेदन साथ लेते आया. जिसे डीसी ने अपने पास रख और पहाड़ों पर बहुत जल्द कैंप चलाकर विकास करने का आश्वासन दिया.