साहिबगंज : गातार बढ़ रही गरमी के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है. वहीं गरमी के कारण पेयजल की समस्या भी बढ़ गयी है. लोग पानी के लिये त्रहिमाम कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के कई मुहल्लों के चापानल सूख गये हैं. जिससे लोग पेयजल के लिये स्टेशन पर लगे नलों पर आश्रित हो गये हैं. प्रत्येक दिन लोग सुबह उठ कर पेयजल इकट्ठा करने में जुट जाते हैं.
साथ हीं जिले में गरमी के कारण जल स्तर गिरने से सभी प्रखंडों में पानी के लिये लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. पहाड़ी क्षेत्रों में तो पानी की और भी ज्यादा किल्लत है. जिले के बरहरवा, पतना, बरहेट, बोरियो, मंडरो, तालझारी, राजमहल प्रखंड के गांवों के जलस्त्रोत सूख रहे हैं, तालाबों में पानी नहीं है. जिले में 750 सरकारी व तीन हजार से ज्यादा निजी तालाब हैं. जिनमें से ज्यादातर सूख चुके हैं. पेयजल व स्वच्छता विभाग के अनुसार जिले में 12,365 जल स्त्रोत चापाकल और कूप है.
जिनमें से आधे सूख चुके हैं. शिकायत करने के बाद भी मरम्मत नहीं किया जा रहा है. पहाड़ी क्षेत्रों में बोरिंग नहीं हो पाने के कारण जल संकट अधिक गहरा गया है. वन विभाग की ओर से कैंपस योजना के तहत पहाड़ी क्षेत्र के बोरियो प्रखंड में पांच, तालझारी प्रखंड में आठ, पतना प्रखंड में चार तथा मंडरो प्रखंड में भी चेक डैम का निर्माण 99.84 लाख की लागत से किया गया है.