अमड़ापाड़ा : गरीब की रसोई से धुआं हटे इस मकसद के साथ देश के मुखिया नरेंद्र मोदी सरकार की यह योजना का खास फायदा नही हुआ हैं. जिस प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के जरिए धुआं हटाने का दंभ भरा जा रहा है, उसकी एक बानगी देखिए. जराकी पंचायत के उदलबनी गांव की महिला संगीता हांसदा से गैस का इस्तेमाल नहीं किये जाने के प्रश्न पर बताया कि गैस का दाम अधिक है खत्म हो जाने पर काफी परेशानी होगी. एक और महिला दुलड़ बास्की ने बताया कि उपयोग करना नहीं आता.
गांव में उज्ज्वला के तहत मिले गैस कनेक्शन के बावजूद महिलाएं खाना बनाने के लिए हर रोज उपले और चुनी हुई लकड़ियों का इस्तेमाल करती हैं. पति की आमदनी से घरेलू जरूरतें भी पूरी नहीं हो पाती थीं. बताया कि तीन महीने पूर्व कनेक्शन तो मुफ्त मिल गया है, लेकिन सिलिंडर खत्म होने पर आठ सौ रुपये लग जायेंगे. बुधराय किस्कू ने बताया कि घर में खाना तो लकड़ी, गोइठा में ही बनता है. गैस का दाम 800 रुपये हो गया है इसलिए दोबारा गैस नहीं भरवा पाते हैं.