साहिबगंज : मनरेगा कार्यों में लापरवाही बरतने, अनाधिकृत रूप से लंबी अवधि से अनुपस्थित रहने व कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में डीसी डॉ शैलेश चौरसिया ने विभिन्न प्रखंडों में पदस्थापित 30 रोजगार सेवकों की संविदा रद्द करते हुए सेवा मुक्त कर दिया है. वहीं बोरियो प्रखंड के बांझी संथाली के रोजगार सेवक रविकांत रवि एवं राजमहल प्रखंड के मोकिमपुर पंचायत के रोजगार सेवक अजीत कुमार का त्याग-पत्र स्वीकार कर लिया है.
डीआरडीए कार्यालय से पत्र जारी कर बरहरवा, उधवा, पतना, राजमहल, बोरियो, बरहेट, मंडरो बीडीओ को इस आशय की जानकारी दे दी गयी है.
इन रोजगार सेवकों पर गिरी गाज :
इन राेजगार सेवकों पर…
बरहरवा के दरियापुर पंचायत के जगदीश मंडल, विनोदपुर पंचायत के मार्शल टुडू, जामपुर पंचायत के आशानंद सरकार, महाराजपुर पंचायत के विक्रम हेंब्रम, मधवापाड़ा पंचायत के शेख अब्दुल्ला, झिकटिया पंचायत के सुमन कुमार दास, बरहरवा पश्चिमी पंचायत के नुतन कुमारी, उधवा प्रखंड के पूर्वी उधवा के संतोष कुमार साह, दक्षिण बेगमगंज के ओम प्रकाश बाखला, उत्तर पलासगाछी के महबूब आलम, सुतियारपाड़ा पंचायत के नरेश महतो, पतौड़ा पंचायत के विजय कुमार,
पूर्वी प्राणपुर पंचायत के राजेंद्र तिर्की, पतना प्रखंड के शहरी पंचायत के प्रेमचंद्र हेंब्रम, राजमहल प्रखंड के गदाई महाराजपुर दियारा पंचायत के प्रमोद सोरेन, बाबूपुर पंचायत के सूरज टुडू, बोरियो प्रखंड के चसगावा पंचायत के दीपक पंडित, पोआल पंचायत के गणेश प्रसाद गुप्ता, तेलो पंचातय के अंजु कुमारी, बरहेट प्रखंड के छुछी पंचायत के राजेश मालतो, बरहेट संताली पंचायत के कालीप्रसाद रजक, खैरवा पंचायत के जोसेफ हेंब्रम, बरमसिया पंचायत के संजय कुमार सोरेन, दोराई संथाली के राकेश टुडू, बोडबांध पंचायत के सुमिलन कुमार मंडल, सिमड़ा पंचायत के फैजल, तालझारी प्रखंड के बड़ी भगियामारी पंचायत के गीता सोरेन, मंडरो प्रखंड के सिमडा पंचायत के अमरेंद्र कुमार सिंह, बसाहा पंचायत के लक्ष्मण साह, महादेववरण पंचायत के रिंकू कुमारी की संविदा रद्द कर दी गयी है.
मनरेगा कार्यों में लापरवाही पर कार्रवाई
डीसी ने की कार्रवाई
बिना सूचना लंबी अवधि तक गायब रहने का भी है आरोप
लक्ष्य के अनुरूप डोभा निर्माण नहीं होना बना कारण
बताया जाता है कि साहिबगंज जिला मनरेगा योजना में पूरे राज्य में उपलब्धि के नाम पर लगातार पिछड़ते जा रहा है. वर्तमान में पूरे राज्य में जिले की रैंकिंग 24वें स्थान पर है.
इसके साथ ही डोभा निर्माण में भी जिला लक्ष्य से काफी दूर है. इन सब कारणों से वैसे रोजगार सेवकों को चिह्नित कर कार्रवाई की गयी है.