रांची. रांची लोकसभा के पिछले चुनाव (वर्ष 2019) में शहरी बूथ में मतदान का प्रतिशत काफी कम रहा था. शहर के छह बूथ पर 17 से 34 फीसदी तक मतदान हुआ था. संत अलोइस हाइस्कूल केंद्र कमरा नंबर-चार में कुल मतदाता 646 थे, लेकिन वहां 17.96 फीसदी ही मतदान प्रतिशत रहा था. वहीं, आइएमए बिल्डिंग कमरा नंबर-एक में 841 मतदाता थे, लेकिन यहां 28.54 फीसदी और एटीआइ, कांके रोड कमरा नंबर-दो में 1174 मतदाता थे, लेकिन वहां भी 29.73 फीसदी ही मतदान प्रतिशत हुआ था. यहां यह भी बताना जरूरी है कि एटीआइ बूथ वीआइपी मतदान केंद्र है. इसके बाद भी मतदान का प्रतिशत कम रहता है.इधर, इन शहरी क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन ने जोर लगाया है. एक महीना पहले से कम मतदान प्रतिशतवाले बूथों को चिह्नित कर प्रशासनिक अधिकारी बीएलओ के साथ यहां मतदाता जागरूकता अभियान चला रहे हैं. एसडीओ उत्कर्ष कुमार ने अधिकारियों के साथ बूथ पर पहुंच कर मतदाताओं के बीच संवाद कार्यक्रम चलाया. मतदाताओं से 25 मई के दिन वोट का आग्रह किया गया है. ऐसे में प्रशासन को उम्मीद है कि इस बार कम मत प्रतिशत वाले बूथ पर मतदाताओं की संख्या बढ़ जाये.
पिछले चुनाव में रांची में पड़े थे 54.56 फीसदी ही वोट
रांची विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या इस साल बढ़कर 3,50,333 हो गयी है. ज्यादा से ज्यादा मतदाता अपने मत का प्रयोग करें, इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया गया है. हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में रांची विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओँ की संख्या 3,24,248 थी. इसमें 1,72,563 पुरुष और 1,51,654 महिला मतदाता थे. आंकड़े बताते हैं कि उस समय कुल 54.56 फीसदी ही वोट पड़े थे. यह इसलिए हुआ था, क्योंकि 107 मतदान केंद्रों पर वोट प्रतिशत 50 फीसदी से कम रहा था. इस विधानसभा क्षेत्र में 95,809 पुरुषों और 81,089 महिलाओं ने वोट डाला था.
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