प्रबंधन ने शनिवार को केडीएच सेल्स ऑफिसर राजीव रंजन को हटाने का आदेश जारी कर दिया गया है.
प्रभात इंपैक्ट डकरा
केडीएच कोल डंप से 218 रुपये प्रति टन अवैध वसूली संबंधी खबर 25-26 फरवरी को प्रभात खबर में छपने के बाद प्रबंधन ने कार्रवाई की है. प्रबंधन ने शनिवार को केडीएच सेल्स ऑफिसर राजीव रंजन को हटाने का आदेश जारी कर दिया गया है. श्री रंजन डकरा का भी काम देख रहे थे. वहां से भी उन्हें हटा दिया गया है. स्पेशल लोडिंग के नाम पर सब्जी की तरह कोयला बेच कर अवैध वसूली करने की अपने तरह की अनोखे भ्रष्टाचार का मामला पहली बार जब प्रभात खबर ने उजागर किया तो इससे उपकृत होनेवाले लोगों के बीच हड़कंप मच गया. मामले का खुलासा होने के बाद शीर्ष पदों पर बैठे अधिकारियों ने प्रभात खबर प्रतिनिधि को पूर्व में ही जानकारी दी थी कि बहुत जल्द कार्रवाई होगी इसके आलोक में 26 फरवरी को छपी खबर में इसका जिक्र भी था लेकिन बाद में इस पूरे मामले में शामिल लोग मैनेज करने में जुट गये. वहीं दूसरी ओर खबर छपते ही सीसीएल सलाहकार समिति सदस्य कमलेश कुमार सिंह ने कोल इंडिया और सीसीएल के सभी बड़े अधिकारियों को उसकी प्रति भेजकर कार्रवाई करने की मांग उठायी, जिसपर ध्यान नहीं दिया गया. इसके बाद जनता मजदूर संघ के एनके एरिया अध्यक्ष गोल्टेन प्रसाद यादव ने मामले को लेकर पुनः लिखित रूप से जांच की मांग की तो एनके प्रबंधन ने राजीव रंजन को उनके पद से हटाने का आदेश जारी कर दिया.
आदेश प्रमोशन है या डिमोशन : कमलेश
भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने के बाद राजीव रंजन को केडीएच और डकरा के सेल्स ऑफिसर पद से हटाकर एरिया सेल्स ऑफिसर बनाने का आदेश प्रमोशन है या डिमोशन, इसके बारे में जवाबदेह अधिकारी को उचित फोरम पर बताना पड़ेगा. उक्त बातें सीसीएल सलाहकार समिति सदस्य कमलेश कुमार सिंह ने कही है. उन्होंने कहा कि 25-26 फरवरी को प्रभात खबर ने जिस भ्रष्टाचार का उजागर किया था, उसमें कितनी सच्चाई थी, यह प्रबंधन ने स्वयं कार्रवाई कर साबित कर दिया है. लेकिन अभी भी बहुत कुछ उजागर होना शेष है.