उन्होंने कहा कि गरीब यदि एक बार में ट्यूब लाइट व पंखे के पैसे नहीं दे सकते, तो उन्हें किस्तों में ये सामान उपलब्ध कराये जायें. हालांकि इस पर अंतिम निर्णय होना अभी बाकी है. किसी को किस्तों में सामान उपलब्ध कराने की शर्त यही होगी कि उसके नाम से बिजली का बिल अाता हो. बिजली विभाग अपने इन उपभोक्ताअों से उनके किस्तों का भुगतान बिजली बिल के साथ जोड़ कर धीरे-धीरे कर लेगा. जैसे बिजली के मीटर में किया जाता है. गौरतलब है कि बिजली की खपत में कमी लाने वाले (इनर्जी इंफिशियेंट) एलइडी बल्ब, लाइट व स्टैंडर्ड पंखे का प्रचार-प्रसार गांवों में भी करने की योजना है. नामकुम प्रखंड की रामपुर पंचायत में इसका भी पायलट प्रोजेक्ट शुरू हो सकता है.
पंचायत स्वयं सेवकों के माध्यम से ग्रामीणों को इन सामान की जानकारी दी जायेगी तथा उन्हें इनके उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा. इस काम के लिए पंचायत सेवकों को भी सरकार की अोर से प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. एक एलइडी बल्ब (65 रु) की बिक्री पर पंचायत सेवक को डेढ़ रुपये, एक एलइडी ट्यूब लाइट (230 रुपये) की बिक्री पर चार रुपये तथा एक पंखे (1150 रुपये) की बिक्री पर पंचायत सेवक को 15 रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलेगी.