रांची: केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री (पशुपालन) सुदर्शन भगत ने बताया कि छत्तीसगढ़ में एक गांव है लाहलुंगा. जसपुर के नजदीक पड़ने वाले इस गांव के लोग जैविक खेती करते हैं. जब भी कोई वीआइपी उस गांव के आसपास जाता है, तो वहां का चावल-दाल या अन्य उपज लेना नहीं भूलता है. ऐसा मेरे साथ भी […]
रांची: केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री (पशुपालन) सुदर्शन भगत ने बताया कि छत्तीसगढ़ में एक गांव है लाहलुंगा. जसपुर के नजदीक पड़ने वाले इस गांव के लोग जैविक खेती करते हैं. जब भी कोई वीआइपी उस गांव के आसपास जाता है, तो वहां का चावल-दाल या अन्य उपज लेना नहीं भूलता है. ऐसा मेरे साथ भी हुआ. उसको देख कर लगता है कि कुछ काम हुआ है.
झारखंड को भी एक गांव को इसी तरह के मॉडल के रूप में विकसित करना चाहिए. श्री भगत शुक्रवार को होटल बीएनआर में किसानों की आय दोगुनी करने में गरीबों के लायक पशुधन नीति तैयार करने को लेकर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे. इसका आयोजन पशुपालन विभाग ने गालवमेड इंडिया के साथ मिल कर किया है. दो दिनों के तकनीकी सत्र में विशेषज्ञ अपनी बात रखेंगे.
देसी नस्ल को दिया जायेगा बढ़ावा : रणधीर सिंह
राज्य के कृषि, पशुपालन व सहकारिता विभाग के मंत्री रणधीर कुमार सिंह ने कहा कि अब राज्य में क्रॉस ब्रीड नस्ल को बढ़ावा नहीं दिया जायेगा. देसी नस्ल को बढ़ावा दिया जायेगा. पिछले दिनों 10 हजार गावों की ब्रीडिंग का काम हुआ है. इसमें अधिसंख्य बछिया हुईं हैं. झारखंड, बिहार, बंगाल व ओडिशा में कृषि की काफी संभावना है. यहां 1200 से 1400 मिमी बारिश होती है.
उन्होंने कहा कि कृषि के साथ-साथ पशुपालन करने से ही किसानों की आय दोगुनी होगी. राज्य सरकार इस बार 1500 परकुलेशन टैंक बनायेगी. करीब 40 हजार निजी तालाबों का जीर्णोद्धार किया जायेगा. जैविक खेती को बढ़ावा दिया जायेगा. इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए पशुपालन विभाग के निदेशक विजय कुमार सिंह ने कहा कि पूरे राज्य में पशुपालकों का सर्वे करा कर अच्छे किसानों को प्रोत्साहित किया जायेगा.