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केंद्र सरकार की योजना, नगर निगम को करनी है मॉनिटरिंग
रांची : रांची नगर निगम के तहत केंद्र की ओर से स्वीकृत योजना के तहत सीवरेज-ड्रेनेज का काम कराया जा रहा है. सीवरेज-ड्रेनेज के निर्माण का जिम्मा उत्तर प्रदेश की कंपनी ‘ज्योति बिल्डटेक’ को दिया गया है. जबकि, इसकी मॉनिटरिंग रांची नगर निगम काे करनी है. हालांकि, जिस अव्यवस्थित तरीके से काम हो रहा है, […]
रांची : रांची नगर निगम के तहत केंद्र की ओर से स्वीकृत योजना के तहत सीवरेज-ड्रेनेज का काम कराया जा रहा है. सीवरेज-ड्रेनेज के निर्माण का जिम्मा उत्तर प्रदेश की कंपनी ‘ज्योति बिल्डटेक’ को दिया गया है. जबकि, इसकी मॉनिटरिंग रांची नगर निगम काे करनी है. हालांकि, जिस अव्यवस्थित तरीके से काम हो रहा है, उसे देख कर तो नहीं लग रहा है कि नगर निगम इसकी मॉनीटरिंग कर रहा है.
रांची नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि जो सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम तैयार हो रहा है, उसके तहत लोगों के घरों के किचेन और सीवरेज निकलने वाला गंदा पानी इसी में बहाया जायेगा. शौचालय की पाइप लाइन को सीवरेज लाइन से जोड़ दिया जायेगा, जिसके बाद लोगों को घरों में शौचालय के लिए टंकी बनाने की जरूरत नहीं होगी. जगह-जगह पर चेंबर बनाये जायेंगे. इससे होते हुए गंदा पानी पंपिंग स्टेशन तक जायेगा.
जरूरत के मुताबिक पंपिंग स्टेशन बनाये जायेंगे. यहां पर आवश्यकता पड़ेगी, तो मोटर लगाये जायेंगे. इसके माध्यम से पानी को बहाव आगे की अोर किया जायेगा. सारे मुहल्ले में काम करने के बाद इसे मेन रोड से जोड़ा जायेगा, फिर इसे सिवरेज ट्रिटमेंट प्लांट (एसटीपी) तक ले जाया जायेगा. वहां प्लांट में पानी को शुद्ध किया जायेगा. इसके लिए पुलिस लाइन व बड़गाईं के निकट किशुनपुर में एसटीपी बना जायेगा. इसका शिलान्यास भी हो गया है.
अभी छह माह और झेलना होगा
इटकी रोड के लोगों को कम से कम छह माह और यह परेशानी झेलनी होगी, क्योंकि काम करा रही एजेंसी के लोगों को कहना है कि अभी सड़क दुरुस्त नहीं किया जायेगा. जब तक सारे जगहों पर पाइप लाइन नहीं बिछ जायेगी और टंकी नहीं लग जायेगी, इसका टेस्ट नहीं किया जा सकता है. टेस्ट करने के बाद जहां दिक्कतें आयेंगी, उसे फिर से दुरुस्त किया जायेगा. अगर अभी सड़क बना दिया जाये, तो फिर उसे तोड़ना होगा. ऐसे में कम से कम छह माह तक टेस्ट करने में लगेगा. इसलिए लोगों को हर हाल में इतना समय झेलना होगा. ऐसे भी विभाग ने कंपनी को काम करने के लिए अक्तूबर तक का समय दिया है.
ठीक करने की जिम्मेवारी एजेंसी की है
योजना में इसका प्रावधान किया गया है कि जो कंपनी सीवरेज-ड्रेनेज का काम करेगी, वही सड़क को यथा स्थिति में लायेगी. हालांकि, किसी भी मुहल्ले में ऐसा नहीं किया गया है. हर जगह गड्ढा खोदकर पत्थर और सीमेंट का हिस्सा हटा दिया गया है और मिट्टी भर दी गयी है. इससे कई जगह पर गाड़ियां फंस भी रही हैं. पूरी सड़क मिट्टी से भर गयी है. काम करानेवालों का कहना है कि सभी जगहों पर काम पूरा हो जायेगा, उसके बाद ही ढलाई करेंगे.
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