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पत्नी व भाई ने करायी थी जमीन कारोबारी अरुण तिवारी की हत्या

बिहार के दो अपराधियों को हत्या के लिए दी गयी थी दो लाख की सुपारी हत्या की आरोपी पत्नी किरण देवी, सगे भाई विनय तिवारी व संतोष सिंह गिरफ्तार, जुल्म स्वीकार किया नशा खिलाने के बाद गला दबा कर की गयी थी हत्या रांची/रातू : आनंदमयी नगर निवासी जमीन कारोबारी अरुण कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना […]

बिहार के दो अपराधियों को हत्या के लिए दी गयी थी दो लाख की सुपारी

हत्या की आरोपी पत्नी किरण देवी, सगे भाई विनय तिवारी व संतोष सिंह गिरफ्तार, जुल्म स्वीकार किया
नशा खिलाने के बाद गला दबा कर की गयी थी हत्या
रांची/रातू : आनंदमयी नगर निवासी जमीन कारोबारी अरुण कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना की हत्या उनकी पत्नी व सगे भाई ने करायी थी. अरुण की पत्नी किरण देवी व सगे भाई विनय तिवारी उर्फ गुड्डू ने बिहार के दो अपराधियों को उसकी हत्या के लिए दो लाख की सुपारी दी थी. अग्रिम के तौर पर सोना दिया गया था. सुपारी लेनेवालों में सीवान के रामपुर रामोबाजार निवासी संतोष सिंह व पटना के मलाही बाढ़ निवासी सुजीत राय शामिल थे. यह जानकारी डीएसपी विजय कुमार सिंह ने रविवार को रातू थाना में प्रेस कांफ्रेंस में दी.
डीएसपी ने कहा कि अरुण तिवारी की हत्या दो फरवरी की रात घर में ही नशा खिलाने के बाद गला दबा कर की गयी थी. शव को फन कैशल पार्क स्थित तालाब के किनारे फेंक दिया गया था. पुलिस ने अरुण तिवारी की पत्नी, भाई व संतोष सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि सुजीत राय फरार है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
पकड़े गये लोगों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है. इन्हें सोमवार को जेल भेजा जायेगा. प्रेस कांफ्रेंस में इंस्पेक्टर सह थानेदार आमोद नारायण सिंह व आइओ योगेंद्र कुमार भी मौजूद थे.
डीएसपी ने बताया कि अरुण तिवारी अय्याश किस्म का युवक था. वह आये दिन लड़कियों को घर लेकर आता था. इसका विरोध करने पर पत्नी, भाई व 14 वर्षीय पुत्र कुमार हर्ष के साथ मारपीट करता था. इससे तंग आकर किरण व विनय ने मिल कर उसकी हत्या की योजना बनायी.
एसएसपी ने किया था टास्क फोर्स का गठन
मृतक के भाई की ओर से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के बाद घटना के उद्भेदन के लिए एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने तीन सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया था. इसमें डीएसपी विजय कुमार सिंह, इंस्पेक्टर आमोद नारायण सिंह व एसआइ योगेंद्र कुमार शामिल थे.
ऐसे हुआ घटना का खुलासा
फन कैशल पार्क व काली मंदिर में लगे सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल के कॉल डिटेल्स खंगाले गये. एकत्रित सूचना के आधार पर घटना को अंजाम देनेवालों तक पुलिस पहुंच सकी.

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