साथ ही सभी बैंकों के अलावा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, सहकारी बैंक की शाखाओं में पर्याप्त मात्रा में नकद आपूर्ति करने की मांग की गयी. बैंकों की शाखाओं के अलावा एटीएम में भी दो हजार रुपये, पांच सौ रुपये और एक सौ रुपये के नोट उपलब्ध कराने की बाते कही गयी. करेंसी प्रबंधन में रिजर्व बैंक की स्वायतता बरकरार रखने, ग्राहकों की नकद निकासी पर सभी पाबंदी समाप्त करने, नोटबंदी के दौरान मारे गये आम लोग, बैंक के ग्राहक व बैंक कर्मियों को उचित मुआवजा दिये जाने की भी मांग की गयी.
बैठक में नोटबंदी की आड़ में बैंकों के निजीकरण और डिजिटल तथा कैशलेस व्यवस्था के तहत कारपोरेट घरानों को मदद करने की निंदा की गयी. इस अवसर पर ऑल इंडिया बैंकिंग इंप्लाइज एसोसिएशन के मो नइम, ऑल इंडिया बैंकिंग ऑफिसर्स एसोसिएशन के घनश्याम श्रीवास्तव और अन्य मौजूद थे.