इस तरह गृह मंंत्रालय के आंकड़े के मुताबिक वर्ष 2016 में पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा नक्सली घटना हुई है. आम लोगों की मौत की संख्या बढ़ने को लेकर गृह मंत्रालय ने राज्य पुलिस से जवाब भी मांगा है. पुलिस मुख्यालय के अधिकारी इसका जवाब तैयार कर रहे हैं.
एक तरफ गृह मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार नक्सली घटनाओं व उसमें हुई मौतों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, वहीं दूसरी तरफ राज्य पुलिस के मुताबिक नक्सली घटनाओं में कमी आयी है. राज्य पुलिस द्वारा तैयार एक बुकलेट में आंकड़े को अलग-अलग तरीके से दर्शाने की कोशिश की गयी है. बुकलेट में कहा गया है कि घटना में पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2016 में 12 प्रतिशत की कमी आयी है. बुकलेट के मुताबिक 2016 में कुल 67 नक्सली घटनाएं हुईं. पुलिस मुठभेड़ की 26 घटना को अलग से बताया गया है. साथ ही बारुदी सुरंग विस्फोट और रेलवे संबंधी घटना की संख्या चार-चार बतायी गयी है. बुकलेट में झारखंड राज्य का संपूर्ण नक्सल परिदृश्य हेडिंग के साथ दर्शाया गया है. इसमें बताया गया है कि वर्ष 2016 में कुल 196 घटनाएं हुई हैं, जो पिछले साल की 196 घटना के बराबर है. इसके अलावा उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ द्वारा 60 घटनाओं को अंजाम दिया गया है. इस तरह भाकपा माओवादी और पीएलएफआइ के द्वारा अंजाम दी गयी घटनाओं की संख्या 256 होती है.