रांची : पूर्व मुख्यमंत्री और झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि राज्य सरकार जनसमस्याओं को लेकर संघर्ष और लड़नेवालों के साथ आतंकी जैसा व्यवहार कर रही है़ आंदोलन चलानेवालों पर सरकार सीसीए लगा रही है़ गोला के राजीव जायसवाल, जिन्होंने इनलैंड पावर लिमिटेड के विस्थापितों के अधिकार के लिए संघर्ष किया, तो उन पर एक अपराधी की तरह सीसीए लगाया गया़ सरकार ने समस्या के समाधान के बजाय कंपनी के पक्ष में काम किया़ श्री मरांडी मंगलवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे़ .
उन्होंने कहा कि गोला में गोली चली़ दो लोग मारे गये, कई लोग घायल हुए़ नेतृत्व कर रहे राजीव जायसवाल और ममता देवी जेल में बंद है़ं 200 लोगों पर केस किया गया़ रामगढ़ के उपायुक्त ने 11 केस का उल्लेख करते हुए राजीव जायसवाल पर सीसीए लगाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है़ 11 मामले में चार केस में पुलिस खुद असत्य कह रही है़ तीन केस में आरोप पत्र समर्पित नहीं किया गया है़
श्री मरांडी ने कहा कि सरकार का रवैया भेदभावपूर्ण है़ एक तरफ सरकार संघर्ष करनेवालों पर सीसीए लगा रही है, दूसरी तरफ जमशेदपुर के आदित्यपुर में थाना में जमादार को पीटनेवाले भाजपा नेता पुत्रों को दूसरे थाना से बेल दिया जा रहा है़ पुलिस आराेपियों को लेकर कचहरी पहुंचती है, तो उससे पहले ऊपर से फोन आ जाता है़ सीओ की शिकायत के बाद भी बेल दिया जाता है़ धनबाद में एक विधायक के भाई पुलिस वालों के साथ मारपीट करते हैं, तो कार्रवाई के बजाय डीएसपी का तबादला हो जाता है़ श्री मरांडी ने कहा कि ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है़ मौके पर विधायक प्रदीप यादव, डॉ सबा अहमद, संतोष कुमार, सुनीता सिंह, अधिवक्ता आरएन सहाय और रिंकू झा मौजूद थे़
सीएम पर जूता फेंकना निंदनीय, पर सरकार भी चेते
झाविमो नेता बाबूलाल मरांडी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हाल के दिनों में मुख्यमंत्री के विरोध का प्रचलन बढ़ा है़ काला झंडा दिखाया जा रहा है़ भाजपा के लोगों ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को काला झंडा दिखाया था़ विरोध का अपना तरीका है़ लेकिन जूता-चप्पल फेंकना निंदनीय है़ मुख्यमंत्री को भी सोचना होगा कि ऐसे हालात क्यों बनें. मुख्यमंत्री खुद कहते थे कि सीएनटी-एसपीटी में संशोधन का विरोध करनेवालों को जनता गांव में दौड़ा कर मारेगी़ ये किस तरह के शब्द है़ं आदिवासी मोरचा की रैली होती है, तो गांव में धारा 144 लगाया जाता है़ लोगों में गुस्सा है़ सरकार को चेतना चाहिए़ जनता निर्णय के साथ नहीं है़ सरकार समझे, जिससे माहौल बिगड़े नही़ं