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सदर अस्पताल नारायणा को सौंपने के पक्ष में नहीं विभाग
रांची : रांची सदर अस्पताल का मामला एक बार फिर लंबित होने के अासार हैं. स्वास्थ्य विभाग नारायणा हृदयालय को सदर अस्पताल सौंपने के पक्ष में नहीं है. इससे संबंधित एक प्रस्ताव तैयार किया गया है. बताया गया कि प्रस्ताव को मुख्यमंत्री के पास निर्णय के लिए भेजा जायेगा. उनके दिशा-निर्देश पर ही विभाग अब […]
रांची : रांची सदर अस्पताल का मामला एक बार फिर लंबित होने के अासार हैं. स्वास्थ्य विभाग नारायणा हृदयालय को सदर अस्पताल सौंपने के पक्ष में नहीं है. इससे संबंधित एक प्रस्ताव तैयार किया गया है. बताया गया कि प्रस्ताव को मुख्यमंत्री के पास निर्णय के लिए भेजा जायेगा. उनके दिशा-निर्देश पर ही विभाग अब अगला कदम उठायेगा.
क्या है विभाग का तर्क
सूत्रों ने बताया कि नारायणा हृदयालय ने रांची सदर अस्पताल के अधिग्रहण के पूर्व जीर्णोद्धार की आवश्यकता बतायी है. इसके लिए सरकार से 345 करोड़ रुपये की मांग की गयी है. कहा गया कि अस्पताल को 300 बेड के सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल बनाने में इतनी राशि खर्च होगी. यह रािश भवन के जीर्णोद्धार, सुपर स्पेशियालिटी उपकरण व आधारभूत संरचना विकसित करने में खर्च की जायेगी. वहीं विभाग का तर्क है कि यह रकम काफी बड़ी है, जो पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत नारायणा हृदयालय को देना कहीं से भी उचित नहीं है. इस राशि को सरकार स्वयं खर्च कर एक बेहतर अस्पताल चला सकती है.
मुख्यमंत्री ने देवी शेट्टी को किया था आमंत्रित
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास बेंगलुरु में रोड शो के दौरान देवी शेट्टी के अस्पताल नारायणा हृदयालय गये थे. उसी समय उन्होंने देवी शेट्टी को पीपीपी मोड पर सदर अस्पताल का संचालन करने का प्रस्ताव दिया गया था. जिस पर नारायणा द्वारा सहमति दी गयी थी. इसके बाद नारायणा की टीम ने सुपर स्पेशियालिटी के मानक के अनुरूप इस्टीमेट बना कर दिया और सरकार से ही 345 करोड़ रुपये की मांग की है.
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