रांची : विधानसभा के स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 2014 में विधानसभा चुनाव हुए. भाजपा के नेतृत्व में एनडीए को जनादेश मिला. जनादेश का सम्मान होना चाहिए. जनादेश संपूर्ण विकास के लिए मिला है. विकास के लिए कानून का सरलीकरण होगा. इसके लिए हम कटिबद्ध हैं. सरकार हर बात जनता से पूछ कर नहीं कर सकती है़ मुख्यमंत्री ने कहा : हम विधायकों को आश्वस्त करते हैं कि कुछ छिपा नहीं रहे है़ं सीएनटी-एसपीटी में संशोधन आ रहा है़ बुधवार को विधानसभा में चर्चा हो रही है. लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि कोई उद्योगपति पैदा नहीं हुआ, जो झारखंड को खरीद सके. संशोधन किसी उद्योगपति को जमीन देने के लिए नहीं है. हम कानून जनता को थोप नहीं रहे हैं, कोई यह भ्रम भी ना पाले. कोई हम पर भी थोपे बरदाश्त नहीं है़
विधायकों को मूल्यांकन करना चाहिए : सीएम ने कहा, सभी विधायकों को मूल्यांकन करना चाहिए कि वे संसदीय व्यवस्था में कितना खरा उतरे है़ं
विधानसभा में बार-बार व्यवधान करना दुर्भाग्यपूर्ण है़ सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को अनुशासन-मर्यादा का ख्याल रखना होगा़ मुद्दों में मतभेद हो सकता है़ सदन सबसे बड़ी पंचायत है़ गरमा-गरम बहस हो सकती है़ एक दिन नहीं, दो दिन नहीं, चार दिन बहस हो सकती है़ राज्य के विकास के लिए मिल कर काम करना है़ विधायकों का दायित्व है कि विधायिका मजबूत हो़ लोकतंत्र की सरिता अबाध रूप से बहती रहे़ लेकिन लगता है कि सरिता अविश्वास के भंवर में फंस प्रवाह खो रही है़ उन्होंने कहा : आजादी के 70 साल में गांव में पीने का पानी नहीं पहुंचा सके़ 68 लाख में से 30 लाख घरों में बिजली नहीं पहुंची़ हमारे बच्चे-बेटियां पलायन कर रहे हैं. चार जिलाें में 30 हजार बेटे-बेटियां दूसरे के घरों में है़ं यह सरकार विकास के लिए बनी है़ गरीबों के लिए बनी है़
सड़क पर नहीं, सदन में हो बातें
मुख्यमंत्री ने प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन को देखते हुए कहा : सड़क पर नहीं, सदन में बातें होनी चाहिए़ हम चर्चा करेंगे, दूध का दूध, पानी का पानी करेंगे़ आपने सीसी सेट समाप्त कर दिया था़ हमें कहा गया, तो हमने वापस लिया़ स्थानीयता को सुलझाने की जगह उलझा कर रखा गया, राजनीति होती रही़ विधानसभा में प्रोसेडिंग है, हमने सबसे सुझाव मांगा़ आपने कहा कि सुझाव नहीं देंगे, तो आप नहीं बनायेंगे़ हमने बना कर दिखाया़ संशोधन कभी भी हो सकता है़ सदन इसलिए ही बना है़ संविधान में सैकड़ों संशोधन हुए, सीएनटी-एसपीटी में संशोधन हुआ़ आज यहां से नयी शुरुआत हो़ राज्य के विकास के लिए ईमानदारी से लगे़ं मुख्यमंत्री ने कहा : मैं गरीबी को जानता हू़ं गरीब परिवार से आता हू़ं परिवारवाद, वशंवाद से नहीं आया़ गरीबी मिटाने का संकल्प लिया है़