पुलिस ने उनके पास से सात मोबाइल फोन, एक सफारी गाड़ी और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की 12 जमा पर्ची बरामद की है. उन्हें दिनेश गोप के रुपये कामडारा के ठेकेदार जमुना प्रसाद ने बैंक में जमा कराने के लिए दिये थे. यह जानकारी शुक्रवार की शाम अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने दी. संवाददाता सम्मेलन में ग्रामीण एसपी राज कुमार लकड़ा, सीआरपीएफ कमांडेंट नीरज कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे.
एसएसपी ने बताया कि गुरुवार को सूचना मिली थी कि दिनेश गोप अवैध तरीके से जमा कालेधन को एक सफारी गाड़ी जेएच01वाई-2898 से स्टेड बैंक ऑफ इंडिया बेड़ो शाखा में जमा कराने के लिए भेजा है. सूचना पर बेड़ो डीएसपी अजीत कुमार सिन्हा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम ने बैंक में छापेमारी कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. जिसमें चंद्रशेखर, विनोद और राजेश के पास से कुल 16,38,000 रुपये बरामद हुए. बैंक के बाहर खड़े नंद किशोर के पास से नौ लाख बरामद किये गये. बेड़ो स्थित रेखा पेट्रोल पंप का संचालक नंद किशोर है. पेट्रोल पंप उसके पुत्र चंद्रशेखर कुमार के नाम पर है. विनोद पेशे से ठेकेदार है. वह मधुकम में रहता है और नंद किशोर का दामाद है. मोहन, चंद्रशेखर का मित्र है.
एसएसपी के अनुसार गिरफ्तार चारों लोगों ने स्वीकार कर लिया है कि सभी रकम पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप के हैं. सभी लोग दिनेश गोप के कालेधन को रेखा पेट्रोल पंप के खाता नंबर 35650233071 मेें जमा कराने पहुंचे थे. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार 38 हजार रुपये विनोद कुमार के थे. वह इटकी में रोड का ठेकेदारी करता है. 25 लाख जमुना प्रसाद ने जमा कराने के लिए दिये थे, जबकि 38 हजार विनोद कुमार को बैंक में जमा करवाने थे. सभी रुपये धीरे- धीरे दिनेश गोप पेट्रोल पंप संचालक के जरिये बैंक से निकलवा कर वापस ले लेता. एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तारी चारों लोगों ने उग्रवादी को मदद करने के अलावा देशद्रोह का मुकदमा चलेगा.