रांची: पांच लाख का इनामी नक्सली कमांडर संतोष कुमार सिंह उर्फ संतोष भोक्ता ने शुक्रवार को डीजीपी के समक्ष सरेंडर किया. डीजीपी डीके पांडेय ने गुलदस्ता देकर उसका स्वागत किया, साथ ही इनाम की राशि पांच लाख रुपये का चेक उसे सौंपा. डीजीपी ने कहा कि नक्सलियों का संगठन से मोहभंग हो चुका है. सरेंडर पॉलिसी के कारण नक्सली मुख्यधारा में लौट रहे हैं. सिमडेगा के एसपी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि पिछले माह सिमडेगा में हुई महापंचायत में संतोष के पिता भी शामिल हुए थे. उन्होंने संतोष को सरेंडर कराने की घोषणा महापंचायत में ही की थी. नक्सली संतोष कुमार सिंह सिमडेगा के ठेठईटांगर थाना क्षेत्र के चिंगुरबेड़ा गांव का रहनेवाला है. वर्ष 2008-09 में वह नक्सली मनोज नगेशिया के संपर्क में आया था. जिसके बाद वह संगठन में शामिल हो गया.
संतोष पर दर्ज हैं 17 मामले : नक्सली संतोष पर सिमडेगा के विभिन्न थानों में कुल 17 मामले दर्ज हैं. पहला मामला चार मार्च 2010 को कोलेबिरा थाना में दर्ज किया गया था, जबकि अंतिम मामला 28 दिसंबर 2014 को सिमडेगा थाना में दर्ज किया गया था.
संगठन का काम गरीबों का शोषण व लेवी वसूली
संतोष कुमार सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उसने तत्कालीन माओवादी डेबू जी के नेतृत्व में संगठन में शामिल हुआ था. पिछले सात वर्ष तक संगठन में रहने के दौरान उसने यह पाया है कि संगठन का काम सिर्फ गरीबों का शोषण करना और लेवी वसूलना रह गया है. लेवी का पैसा संगठन के ऊपर के लोग ले जाते हैं और अपने परिवार पर खर्च करते हैं. इन कारणों से संगठन से मोहभंग हो गया था.
इस साल 17 नक्सलियों ने किया सरेंडर
रांची. वर्ष 2016 में अब तक कुल 17 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इसमें स्पेशल एरिया कमेटी रैंक के दो नक्सली विकास और दिनेश यादव शामिल हैं. दोनों पर 25-25 लाख रुपये का इनाम था. सब जोनल कमांडर रैंक के चार नक्सलियों में मुन्नू यादव, भानु सिंह खरवार, प्रेमनाथ उरांव और तिलकमान केरप का नाम शामिल है. सभी पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था. इसी तरह एरिया कमांडर रैंक के चार नक्सलियों में से तीन नक्सली को दो-दो लाख और एक नक्सली को 50 हजार रुपये दिये गये. सरेंडर करनेवाले एरिया कमांडर स्तर के नक्सलियों में संजय पासवान, सोनिया कुमारी, विलास गंझु और विनोद मुंडा का नाम शामिल है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक सात दस्ता सदस्यों ने भी पुलिस के समक्ष सरेंडर किया है. उनके नाम संगीता किस्कू, मंगल टुडू, हरि सिंह मुंडा, लखन सिंह मुंडा, सुरजीत मुंडा, राजो सिंह और रामप्रीत सिंह है.