पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा : बड़कागांव में कुछ लोग विनाश के रास्ते पर चल रहे थे. अपने निजी मकसद से आंदोलन कर रहे थे. झारखंड सरकार समस्या का शांतिपूर्ण निदान और विस्थापितों के उचित मुआवजा के लिए काम कर रही है. सरकार ने कभी किसी से जबरन जमीन नहीं ली. जमीन देन के लिए इच्क्षुक लोगों से ही जमीन ली गयी. राज्य में कांग्रेस समर्थित सरकार के कार्यकाल में लोगों से जबरन जमीन छीनी गयी थी. रैयतों में आक्रोश की वजह कांग्रेस समर्थित सरकार के ही कार्यकाल में उचित मुआवजा नहीं मिलना है.
भाजपा सरकार एनटीपीसी से बात कर रैयतों को उचित मुआवजा दिलाने का काम कर रही है. एनटीपीसी से उचित मुआवजे पर बात चल रही है. भाजपा सरकार विस्थापितों को उचित मुआवजा के अलावा परिवार के सदस्यों के लिए नौकरी की भी व्यवस्था करेगी. श्री सिन्हा ने कहा : कांग्रेस सांसद प्रदीप बलमुचु मुझ पर एनटीपीसी के साथ मिल कर काम करने का अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. उन पर मानहानि का दावा करूंगा. झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी घटना को लेकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. वह भूल गये हैं कि केरीडारी के निर्दोष ग्रामीणों के खून के छींटे उनके दामन पर भी हैं.