मनोज लाल-
रांचीः 90 फीसदी सब्सिडी में मिलनेवाले पटवन उपकरण के लिए किसानों को एक पैसा भी नहीं देना पड़ रहा है. योजना की कुल लागत की 10 फीसदी राशि किसानों को देनी है, जबकि यह पैसा भी किसानों से नहीं लिया जा रहा है.
इसका भुगतान उपकरण की आपूर्ति करनेवाले लोग खुद ही कर रहे हैं. यह सब बड़ी गड़बड़ी को अंजाम देने के लिए किया जा रहा है. चालू वित्तीय वर्ष में इस योजना में करीब 20 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इसमें से किसानों को 10 फीसदी राशि यानी दो करोड़ रुपये जमा करने थे, पर उन्होंने एक पैसा भी जमा नहीं किया है. उनके हिस्से की राशि यानी दो करोड़ रुपये भी उपकरण देनेवाले आपूर्तिकर्ताओं ने जमा करा दिया है. यानी खुद का पैसा लगा कर आपूर्तिकर्ता किसानों को उपकरण दे रहे हैं.
इसके लिए किसानों से कुछ चर्चा तक नहीं की गयी. जबकि राष्ट्रीय सूक्ष्म सिंचाई मिशन के तहत चलनेवाली इस योजना में स्पष्ट है कि किसानों को अपने हिस्से की 10 फीसदी राशि देनी होगी, तभी उसे लाभुक बनाया जायेगा.