रांची: खलारी थाना क्षेत्र के पिपरवार महाप्रबंधक कार्यालय के सामने फायरिंग की घटना में घायल सीसीएल कर्मी सुरेश गंझू की मौत बुधवार की सुबह मेडिका अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी. शनिवार की रात करीब सात बजे बलेरो पर आये हमलावरों ने होटल में खाना खा रहे लोगों पर फायरिंग की थी, जिसमें तीन लोगों को गोली लगी थी. सीसीएलकर्मी लखन महतो की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी. जबकि बचरा निवासी जगदीश महतो और जोबिया के बेंती निवासी सुरेश गंझू गंभीर रूप से घायल हो गये थे. इन तीनों के साथी रूपेश गंझू किसी तरह बच निकले थे. घटना के बाद घायल सुरेश व जगदीश को इलाज के लिए पहले रिम्स में लाया गया. फिर मेडिका अस्पताल में भरती कराया गया.
हत्याकांड में पुलिस को टीपीसी पर शक
खलारी में चार दिन पहले हुई फायरिंग की घटना में पुलिस को टीपीसी के उग्रवादियों पर शक है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना में मृत लखन महतो व सुरेश गंझू और घायल जगदीश महतो तीनों कहने को तो सीसीएल के कर्मचारी हैं, लेकिन असल में तीनों ट्रांसपोर्टिंग के काम से जुड़े हुए थे. सभी भीखन गंझू के करीबी थे. भीखन गंझू का टीपीसी के शीर्ष उग्रवादियों से मधुर संबंध रहा है. पुलिस अभी घटना को दो नजरिये से देख रही है. पहली यह कि ट्रांसपोर्टिंग के काम में विवाद होने की वजह से कहीं फायरिंग तो नहीं की गयी. दूसरा यह कि हाल के दिनों में टीपीसी संगठन के भीतर विवाद उत्पन्न हो गया है. दो गुट बन गये हैं. इस कारण भी एक गुट से जुड़े उग्रवादी दूसरे गुट पर हमला कर सकते हैं.