प्रार्थी दीवान इंद्रनील सिन्हा की अोर से अधिवक्ता राजीव कुमार ने याचिका दाखिल की है. उन्होंने याचिका के विषय में पत्रकारों को बताया कि प्रतिवादियों ने जीएनएम कॉलेज अॉफ नर्सिंग की स्थापना के लिए नावाडीह विश्रामपुर गढ़वा स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज को रातोंरात सोहरी चंद्रवंशी अस्पताल में बदल दिया.
आनन-फानन में इसे अस्पताल दिखा कर राज्य सरकार से एनअोसी प्राप्त कर उसे इंडियन नर्सिंग काउंसिल को भेज दिया गया. जीएनएम कॉलेज को मान्यता दिलाने के लिए 100 बेड का अस्पताल होना जरूरी शर्त है. वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा आइटीआइ, बीएड, पॉलिटेक्निक कॉलेज, एएनएम नर्सिंग कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज सहित छह संस्थान संचालित किया जाता है. प्रार्थी ने एसीबी से पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है. याचिका के साथ एक सीडी भी शामिल की गयी है, जिसमें स्थलीय रिपोर्ट दिखायी गयी है.