Advertisement
बोले सीएम रघुवर दास, सकारात्मक सोच से ही होगा राज्य का विकास
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि सकारात्मक सोच और जनभागीदारी से ही राज्य का विकास संभव है. विकास के मुद्दे पर सभी काे एक साथ आने की जरूरत है. राजनीति करने के लिए मुद्दे काफी है. मैं सियासत के लफड़े में पड़ कर डायवर्ट नहीं होनेवाला हूं. मेरी सीधी सोच विकास है. मुख्यमंत्री सोमवार […]
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि सकारात्मक सोच और जनभागीदारी से ही राज्य का विकास संभव है. विकास के मुद्दे पर सभी काे एक साथ आने की जरूरत है. राजनीति करने के लिए मुद्दे काफी है. मैं सियासत के लफड़े में पड़ कर डायवर्ट नहीं होनेवाला हूं. मेरी सीधी सोच विकास है. मुख्यमंत्री सोमवार को कार्यक्रम ‘झारखंड विकास संवाद’ के उदघाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे.
रांची: उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि विकास ही एक रास्ता है, जिससे हर समस्या का समाधान हो सकता है. देश के अंदर तथाकथित लोगों ने नकारात्मक माहौल बनाया. इससे देश को अाघात लगा. आज सकारात्मक सोच की जरूरत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में विकास के प्रति सकारात्मक सोच पैदा की है. प्रधानमंत्री के विकास के रास्ते पर झारखंड भी बढ़ रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा : झारखंड के लोगों, नौकरशाह और राजनीतिज्ञों की सोच बदली है. झारखंड में अपार संभावनाएं, प्राकृतिक संसाधन और मेहनतकश लोग हैं. जरूरत है पूरी लगन से सेवा करने की. गरीबी झारखंड के लिए कलंक है, जिसे नस्तेनाबूद करेंगे. हमने चार क्षेत्रों में फोकस किया है. औद्योगिक विकास, कृषि, आइटी और पर्यटन क्षेत्र में विकास हमारी प्राथमिकता है.
नारे से पार्टी चल सकती है, सरकार नहीं
श्री दास ने कहा कि नारे से पार्टी चल सकती है, सरकार नहीं. सरकार चलती है नीति और नियत से. हमने हर क्षेत्र में नीति बनायी है. पूर्वोत्तर राज्यों में रांची एक केंद्र बनेगा. मेडिकल, हायर एजुकेशन के हब के रूप में विकसित होगा. रोड-शो में सरकार को अच्छे रिस्पांस मिले हैं. श्री दास ने कहा कि झारखंड बिचौलिये और भ्रष्टाचार से बदनाम था. भ्रष्टाचार का दाग मिटाना है. जवाबदेह और पारदर्शी सरकार हमारी प्राथमिकता है. नौकरशाह के भरोसे विकास होना होता, तो पिछले 70 वर्ष में हो जाता. विकास जनभागीदारी से संभव है. झारखंड विकास संवाद कार्यक्रम तीन चरणों में संपन्न हुआ. उदघाटन सत्र में मुख्यमंत्री श्री दास सहित केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, सांसद और हिन्दुस्थान समाचार के संरक्षक आरके सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार और हिन्दुस्थान समाचार के प्रधान संपादक सह सीइओ राकेश मंजुल, दूसरे सत्र निवेश की संभावनाएं और झारखंड में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय, सीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह और ब्यूरो प्रमुख मंगल पांडेय ने बात रखी. समृद्ध झारखंड और आदिवासी समाज विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में केएन गोविंदाचार्य, स्पीकर दिनेश उरांव, मंत्री सरयू राय और आरएसएस के क्षेत्र संघचालक सिद्धनाथ सिंह ने अपने विचार रखे.
जीडीपी विकास का अशुद्ध मानक व भ्रामक विकास में इसका योगदान नहीं : गोविंदाचार्य
केएन गोविंदाचार्य ने कहा कि जीडीपी विकास का अशुद्ध मानक है. यह भ्रामक भी है. इसमें कई ऐसे तथ्यों का समावेशन हीं है, जिसका विकास में योगदान है. केवल गणना के अाधार विकास मानना ठीक नहीं होगा. विकास में हैपीनेस भी होना चाहिए. झारखंड विकास का उदाहरण हो सकता है. यहां के लोग प्रकृति के प्रेमी होते हैं. वह विकास की अपनी संस्कृति के करीब रखना चाहते हैं. नीति नियामकों में आज दुनिया के साथ चलने की होड़ है. ग्लोबलाइजेशन की दौड़ में शामिल होना चाहते हैं. वर्ष 1991 में लाये गये ग्लोबलाइजेशन से क्या नुकसान हुआ है, इसे आंकड़ों से समझ सकते हैं. 25 साल पहले 65 करोड़ आबादी की कमाई एक डॉलर प्रतिदिन थी. आज यह संख्या 135 करोड़ हो गयी है. शहरी गरीबी कुछ घटी है. लेकिन, अपराध और विषमता काफी बढ़ी है.
सरकार के बीच गंभीर चिंतन नहीं : सरयू
राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि समृद्धि का आदिवासी समाज पर क्या असर पड़ रहा है, इसका आकलना होना चाहिए. सरकार इन चीजों को लेकर गंभीर नहीं है. पिछले डेढ़ साल से सरकार के अंदर हैं. महसूस होता है कि सरकार विकास को लेकर गंभीरत चिंतन नहीं करती है. अगर सरकार के अंदर गंभीर चिंतन नहीं है, तो सरकार के बाहर ही चिंतन होना चाहिए. आज तो परामर्शी पर हर चीज निर्भर हो रही है. समापन सत्र की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव ने की.
निवेश की संभावनाएं : गोपाल सिंह
सीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह ने कहा कि झारखंड में निवेश की संभावनाएं असीम-अनंत हैं. प्रदेश का विकास मजबूत इच्छा शक्ति से संभव है. केंद्र और राज्य में परिस्थितियां बदली हैं. 34 वर्ष के नौकरी के अनुभव में पिछले दो वर्ष का जो अनुभव है, वह पहले कभी नहीं हुआ. सीसीएल का ग्रोथ पहले शून्य था. शासन में पारदर्शी का परिणाम के है कि हम 10 प्रतिशत ग्रोथ कर रहे हैं. झारखंड में भी सोच बदली है.
कश्मीर के लोग ही विरोधियों को शिकस्त देंगे : नकवी
केंद्रीय मंत्री और झारखंड से राज्यसभा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में विकास के प्रति सकारात्मक सोच बना है. इसका असर पूरी दुनिया में है. अब बेइमानी की सियासत नहीं है. न ही घोटाले का घंटाघर है आैर न ही नाकामियों का नगाड़ा. देश में भ्रष्टाचार मुक्त और विकास युक्त माहौल दिया है. देश में विश्वास का माहौल बना है. विश्वास से ही विकास संभव है. देश के अंदर कुछ लोगों ने बेवजह मुद्दा बनाने की कोशिश की है. असहिष्णुता को मुद्दा बनाया गया, लेकिन देश ने खारिज कर दिया.
कमियां दूर करना जरूरी : सुदर्शन
विकास संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास जब से बागडोर संभाली है, काफी प्रयास किया है. परिवर्तन दिख भी रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि जन सहभागिता से आगे बढ़ें. कृषि क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं. औद्योगिक विकास के साथ-साथ निवेश का प्रयास राज्य सरकार कर रही है.
जोश से काम करना होगा : संजय
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि विकास के लिए नये संस्थानों को विकसित करने की जरूरत है. परंपरागत तरीके से विकास संभव नहीं है. नये तरीके, नयी सोच और जोश के साथ काम करना होगा. विकास के लिए सामूहिक सोच होनी चाहिए. राज्य के विकास में सबका विकास है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement