आजादी के नायक वीर शहीद सिदो-कान्हू के वंशज को इंजीनियर बनवाने जैसे गर्व की बात और नहीं हो सकती. करीब 10 वर्ष पूर्व मंडल मुर्मू को गोद लेकर रांची में शिक्षा-दीक्षा अपने खर्च पर पूरा कराया. यह शहीद के लिए एक छोटा-सा सम्मान है. इस दौरान सुदेश महतो ने पत्रकारों से कहा कि अच्छे दोस्त अगर रास्ता भूल जायें, तो उन्हें सही राह दिखाना हमारा कर्तव्य होता है. इसी प्रकार यह सरकार राह से भटक गयी है. परंपरा को ताक पर रख कर एसपीटी व सीएनटी एक्ट में बदलाव किया है.
सरकार कह रही है कि हमने सरलीकरण किया है. मैं सरकार से जानना चाहूंगा कि अगर यह सरलीकरण किया गया, तो सत्ता व विपक्ष के लोगों से राय क्यों नहीं ली गयी. एसपीटी व सीएनटी एक्ट आदिवासियों के लिए सुरक्षा कवच है, जिसमें बदलाव नहीं होना चाहिए. सरकार में हमारा समर्थन अभी जारी रहेगा. राज्य की जनता के हित में ही हर कदम उठाया जायेगा. मौके पर केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत, केंद्रीय उपाध्यक्ष जोनाथन टुडू, हासमी साहब, अजय सिंह, मंजुला हांसदा, कुसुम हांसदा, चतुरानंद पांडे, विक्रम सिंह, मो अख्तर, अजय ठाकुर, नवीन दुबे, मनोज मंडल सहित अन्य मौजूद थे.