मामले की अगली सुनवाई के लिए 19 अगस्त की तिथि निर्धारित की गयी. इससे पहले राज्य सरकार की अोर से अधिवक्ता राजीव रंजन मिश्रा ने सीलबंद लिफाफे में साइबर सेल द्वारा की गयी जांच की रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी. रिपोर्ट में बताया गया है कि साइबर सेल द्वारा कांड संख्या 8/2016 दर्ज कर मामले की जांच की गयी है.
वाट्स एप कंपनी से भी जानकारी मांगी गयी है. जांच में पाया गया कि श्रद्धानंद स्कूल से एक महिला अभ्यर्थी द्वारा परीक्षा देने के बाद एक सेट प्रश्न पत्र बाहर ले जाया गया था. उसके दोस्त ने प्रश्न पत्र का फोटो खींच कर वाट्स एप पर जारी कर दिया. अभ्यर्थी से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे दो सेट मिला था. पहले सेट में गलती पाने पर उसने शिकायत की, तो उसे दूसरा सेट दिया गया. दूसरे सेट में उसने परीक्षा दी आैर जमा करा दिया. पहले सेट को केंद्र ने वापस नहीं ली, तो वह बाहर ले आयी थी.
दोनों का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है. सुनवाई के दाैरान एडीजीपी (सीआइडी) अजय कुमार सिंह, आइजी संपत मीणा व एसपी (साइबर) डाॅ जया राय सशरीर उपस्थित थे. प्रार्थी की अोर से अधिवक्ता अभय प्रकाश ने पक्ष रखा. उल्लेखनीय है कि प्रार्थी शगुन व अन्य की ओर से याचिका दायर कर झारखंड कंबाइंड के मेडिकल प्रवेश परीक्षा में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया है. झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद की अोर से उक्त परीक्षा 12 जून को ली गयी थी. पर्षद ने पीसीएम (इंजीनियरिंग समूह) व पीसीबी (मेडिकल समूह) का रिजल्ट जारी कर दिया है. काउंसलिंग भी हो चुकी है.