पिस्कानगड़ी : कटहल मोड़ स्थित रिंची ट्रस्ट हॉस्पीटल के समक्ष गोंसाई टोली के सैकड़ों ग्रामीणों ने हंगामा किया और अस्पताल के विरोध में नारे लगाये. उनका कहना था कि अस्पताल की लापरवाही के कारण एक युवक की जान चली गयी और मनमाना पैसा वसूलने के लिए शव को अपने कब्जे में रखा गया. हंगामे के बाद शव परिजनों को सौंपा गया.
बताया जाता है कि गोंसाईटोली (पिस्का रेलवे स्टेशन) निवासी मनोज उरांव(25) गुरुवार को एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था. उसे स्थानीय लोगों ने कटहल मोड़ स्थित रिंची ट्रस्ट हॉस्पीटल में भरती कराया. परिजनों का आरोप है कि उसका सही रूप से इलाज नहीं किया गया. गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी उसे गहन चिकित्सा कक्ष के बजाय जेनरल वार्ड में दो दिनों तक रखा गया. जब स्थिति दयनीय हो गयी तो उसे वेंटीलेटर पर रखा गया. रविवार की रात में उसकी मृत्यु हो गयी. सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया.
इस संबंध में मृतक की मां दुग्गी उराइंन ने बताया कि शुक्रवार को जब अपने बेटे को देखने गयी तो वह बेड पर पड़ा हुआ था. वह न तो कुछ बोल रहा था और न हिल डुल रहा था. मुझे लगा कि वह शुक्रवार को ही वह मर गया था, लेकिन पैसा वसूलने के लिए हमलोगों को अस्पताल प्रबंधन ने अंधेरे में रखा. दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन के डॉ एके सिंह ने बताया कि दुर्घटनावाले दिन से ही मनोज के परिवारवालों को उसे दूसरे अस्पताल में ले जाने के लिए कहा गया था.