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एसएसपी के फैसले से दबाव में थे उमेश कच्छप
कैबिनेट सचिव व एडीजी सीआइडी की रिपोर्ट से खुलासा, मौत का कारण तनाव सुरजीत सिंह रांची :तोपचांची इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की मौत के मामले में सरकार ने जांच रिपोर्ट के आधार पर धनबाद एसएसपी सुरेंद्र झा का तबादला कर दिया है. जांच रिपोर्ट में एसएसपी को भी उमेश कच्छप के तनाव के लिए जिम्मेदार बताया […]
कैबिनेट सचिव व एडीजी सीआइडी की रिपोर्ट से खुलासा, मौत का कारण तनाव
सुरजीत सिंह
रांची :तोपचांची इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की मौत के मामले में सरकार ने जांच रिपोर्ट के आधार पर धनबाद एसएसपी सुरेंद्र झा का तबादला कर दिया है. जांच रिपोर्ट में एसएसपी को भी उमेश कच्छप के तनाव के लिए जिम्मेदार बताया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि एसएसपी धनबाद सुरेंद्र झा को घटना की जानकारी नियमित रूप से प्राप्त हो रही थी. घटनाक्रम से स्पष्ट होता है कि एसएसपी की ओर से स्पष्टीकरण पूछने व अनुसंधानकर्ता को बदलने की कार्रवाई जल्दबाजी में की गयी प्रतीत होती है. इससे उमेश कच्छप काफी तनाव में थे.
तोपचांची थाना क्षेत्र में घटना नहीं होने के बावजूद बाघमारा एसडीपीओ मनजरुल होदा और दारोगा संतोष रजक ने गलत तथ्य देकर एसएसपी से दबाव डलवा कर तोपचांची थाने में प्राथमिकी दर्ज करवायी. तोपचांची थाने में प्राथमिकी होने और एसएसपी की ओर से उचित निर्देश नहीं मिलने के कारण उत्पन्न परिस्थितियों से उमेश कच्छप काफी दबाव में आ गये, जो उनकी मृत्यु का कारण बना.
एसएसपी को थी पल-पल की जानकारी : बाघमारा के तत्कालीन एसडीपीओ मनजरुल होदा ने जांच कमेटी को दिये प्रतिवेदन में लिखा है कि पूरे घटनाक्रम की जानकारी दूरभाष पर वरीय पदाधिकारियों को समय-समय पर दी जाती रही. इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने अपने बयान में कहा है कि 13-14 जून की रात की घटना की जानकारी देने 14 जून की सुबह वह व अन्य पदाधिकारी एसएसपी के आवास पर गये थे. इसके आधार पर जांच कमेटी इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि घटना से संबंधित सूचनाएं एसएसपी को थी और वह घटना की पल-पल निगरानी रख रहे थे.
क्या है पूरा घटनाक्रम : 13 जून की रात बाघमारा डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस की टीम पशु लदे वाहनों को चेक कर रही थी. इस दौरान जीटी रोड पर राजगंज थाना क्षेत्र में ट्रक चालक को गोली लग गयी. घटना की प्राथमिकी तोपचांची थाने में दर्ज की गयी. पुलिस पर आरोप लगा कि अवैध वसूली के दौरान ट्रक चालक को गोली मार दी. 17 जून की रात तोपचांची थाना परिसर में इंस्पेक्टर उमेश कच्छप का शव छत से लटकता मिला. 19 जून को सरकार ने मामले की जांच का आदेश दिया था.सरकार ने कैबिनेट सचिव एसएस मीणा की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच कमेटी बनायी, जिसने अपनी रिपोर्ट दी.
एसएसपी के दबाव में तोपचांची थाने में दर्ज हुई थी प्राथमिकी
इंस्पेक्टर उमेश कच्छप ने 12 जून 2016 को तोपचांची थाना प्रभारी के पद पर योगदान दिया. 13 जून को एसएसपी की क्राइम मीटिंग में भाग लिया. इसी रात राजगंज थाना क्षेत्र में गोली चलने की घटना हुई
13 जून की रात की घटना जिस प्रकार प्राथमिकी में बतायी गयी है, वैसी प्रतीत नहीं होती है. एसडीपीओ बाघमारा व हरिहरपुर थाना प्रभारी दारोगा संतोष रजक ने सही घटना दर्ज करने के बजाय तोड़-मरोड़ कर तथ्यों का उल्लेख किया. तोपचांची थाना क्षेत्र में घटना नहीं होने के बाद भी एसएसपी से दबाव डलवा कर वहां प्राथमिकी करायी गयी
ट्रक चालक को गोली मारने की घटना में इंस्पेक्टर उमेश कच्छप शामिल नहीं थे, लेकिन प्राथमिकी में उन्हें उपस्थित दिखाया गया.
घटना के अनुसंधानकर्ता से इंस्पेक्टर उमेश कच्छप को दो दिन बाद ही एसएसपी की ओर से हटाये जाने और उनसे स्पष्टीकरण पूछने के कारण वे अत्यधिक तनाव में थे.
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