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पथ निर्माण सचिव ने कहा, सड़क निर्माण में अड़चन नहीं डालते हैं नक्सली

रांची : पथ निर्माण विभाग की उपलब्धियों को बताने के लिए सोमवार को सूचना में भवन में किये गये प्रेस कांफ्रेंस में सचिव मस्तराम मीणा ने कहा कि झारखंड में सड़क निर्माण के आड़े नक्सल समस्या नहीं आती है. झारखंड में कहीं भी नक्सलियों के सड़क निर्माण में अड़चन डालने से संबंधित कोई सूचना राज्य […]

रांची : पथ निर्माण विभाग की उपलब्धियों को बताने के लिए सोमवार को सूचना में भवन में किये गये प्रेस कांफ्रेंस में सचिव मस्तराम मीणा ने कहा कि झारखंड में सड़क निर्माण के आड़े नक्सल समस्या नहीं आती है. झारखंड में कहीं भी नक्सलियों के सड़क निर्माण में अड़चन डालने से संबंधित कोई सूचना राज्य सरकार के पास नहीं है.

उन्होंने कहा : मौजूदा वित्तीय वर्ष में अब तक सड़क निर्माण के लिए किये गये बजटीय प्रावधान में से 38.18 प्रतिशत राशि खर्च कर दी गयी है. पथ निर्माण विभाग को इस साल बजट में 4000 करोड़ रुपये मिले थे. इसमें से 1527 करोड़ रुपये खर्च कर दिये गये हैं. गत वित्तीय वर्ष इसी अवधि तक 18.95 प्रतिशत राशि ही खर्च की जा सकी थी. श्री मीणा ने कहा कि बावजूद इसके झारखंड में सड़क राष्ट्रीय औसत से कम है. राज्य में सड़कों का घनत्व 122 किमी है, जबकि सड़कों के घनत्व का राष्ट्रीय औसत 182 किमी है. राष्ट्रीय औसत तक पहुंचने के लिए झारखंड में लगभग 5000 किमी सड़क का निर्माण किया जाना है.

उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में 1450 किलोमीटर सड़क और 40 पुल बनाये जाने हैं. इसमें से 300 किलोमीटर सड़क और 20 पुल का निर्माण पूरा हो चुका है. बजट के दौरान किये गये घोषणाओं में करीब बीस पथों का निर्माण का कार्य प्रगति पर है. 16 विभिन्न पथों के 416.8 किलोमीटर सड़कों का भी निर्माण कार्य कराने की योजना है. पब्लिक प्राइवेट पाटर्नरशिप से बननेवाली सड़कें छह लेन की रांची-बोकारो-धनबाद एक्सप्रेस वे और छह लेने के ही धनबाद-जमशेदपुर, कनेक्टिंग रांची गोल्डन ट्राइंगल को भी अंतिम रूप प्रदान कर दिया गया है. श्री मीणा ने बताया कि स्टेट हाइवे अथोरिटी की 17 पथ परियोजनाओं (752.79 किमी सड़क निर्माण)को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
पीपीपी प्रोजेक्ट के माध्यम से बन रहे रांची रिंग रोड सेक्शन 3, 4, 5 और 6 (लंबाई 36.2 किमी) का निर्माण पूरा हो गया है. रिंग रोड के सेक्शन सात पर निर्माण जारी है. रांची-पतरातू डैम- रामगढ़ सड़क का निर्माण भी पूरा कर लिया गया है. चाईबासा-सरायकेला-कांडरा-चौका, आदित्यपुर-कांडरा रोड भी पूरा कर लिया गया है. उन्होंने बताया : नोनीहाट-केराबनी- बगदाहा मोड़ रोड और रांची-मूरी सड़क का डीपीआर तैयार कर जल्द ही काम शुरू कराया जायेगा.

डाकबंगला-जगदीशपुर-गिरिडीह उसरी रीवर, चोपा मोड़-हंसडीहा, चक्रधरपुर आरओबी, गुमला बाइपास एनएच -23 और 78, राजमहल बाइपास व जोरी-कालन-बागड़ा पथ के निर्माण पर 1012 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बना कर काम किया जा रहा है. श्री मीणा ने कहा कि नेशनल हाइवे अथोरिटी आफ इंडिया की योजना के अंतर्गत चास-रामगढ़, बरवाअड्डा-बराकर स्ट्रेच एन-एच 2, महुलिया-बहरागोरा एनएच 33 और 6, बरही-हजारीबाग, बरवाअड्डा-झारखंड/बिहार सीमा, रांची-रड़गांव-महुलिया एनएच 33, राजगंज-चास-पश्चिम बंगाल सीमा, साहेबगंज 4 लेन गंगाब्रिज समेत सड़क निर्माण पर कुल 8864 करोड़ रुपये खर्च किये जाने हैं.

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