रांची: विनोबा भावे विवि, हजारीबाग में पुस्तक खरीद में हुई करीब एक करोड़ रुपये की गड़बड़ी की जांच अब निगरानी विभाग करेगा. मंत्रिमंडल निगरानी विभाग ने मंगलवार को मामले को निगरानी ब्यूरो के पास भेज दिया है.
निगरानी ब्यूरो मामले की जांच के लिए बुधवार को प्रारंभिक जांच (पीइ) दर्ज कर सकता है. उल्लेखनीय है कि राज्यपाल सह कुलाधिपति ने 16 मार्च को मामले की निगरानी से जांच करने का निर्देश निगरानी मंत्रिमंडल को दिया था. निगरानी के अधिकारियों के अनुसार राज्यपाल को शिकायत मिली थी कि पुस्तकालय सहित विभिन्न विभागों में बिना सिंडिकेट की स्वीकृति के इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट व एमसीए विभाग में करीब एक करोड़ रुपये की पुस्तक नयी दिल्ली में आयोजित विश्व पुस्तक मेले से खरीदी गयी. पुस्तक खरीदने से पहले स्थानीय स्तर पर किसी प्रकार की निविदा का प्रकाशन नहीं किया गया था.
विवि द्वारा विभागाध्यक्ष व डीन की एक समिति बना कर पुस्तक खरीदने के लिए दिल्ली भेजा गया था. आने-जाने तक का खर्च विवि ने ही वहन किया था. पुस्तक की खरीदारी से पूर्व वित्त परामर्शी से कोई राय नहीं लिये जाने की शिकायत भी राज्यपाल को मिली थी. शिकायत मिली थी कि पुस्तक की खरीद के लिए विभागीय काउंसिल से भी स्वीकृति नहीं ली गयी . मामला दर्ज कर निगरानी यह जांच करेगी कि पुस्तक खरीद में कितने की गड़बड़ी हुई है, इस गड़बड़ी में कौन लोग शामिल हैं. जांच पूरी कर निगरानी सरकार के पास रिपोर्ट भेजेगी. इसके बाद सरकार के निर्देश पर आगे की कार्रवाई करेगी.