रांची. राज्यसभा चुनाव में बड़कागांव से कांग्रेस विधायक निर्मला देवी ने पार्टी को वोट नहीं देने की मजबूरियां गिनायी थीं. उन्होंने बताया था कि उनके खिलाफ वारंट है. वे कोर्ट गयीं हैं और आॅर्डर रिजर्व है. हालांकि, पार्टी की आंतरिक जांच में पता चला है कि राज्यसभा चुनाव के प्रभारी अजय माकन को इस मामले में गलत जानकारी दी गयी थी.
प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार निर्मला देवी के वेल से जुड़ा कोई भी मामला कोर्ट में लंबित नहीं था. इसके बावजूद प्रदेश के आला नेताओं को निर्मला देवी को वोट दिलाने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी थी. आखिरी समय में वोट देने पहुंचीं थीं. केंद्रीय नेता अजय माकन ने इससे संबंधित रिपोर्ट कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को दी है. रिपोर्ट में पूर्व केंद्रीय नेता सुबोधकांत की भूमिका पर सवाल उठाये गये हैं.
माकन ने राज्यसभा चुनाव से पूर्व सहाय के साथ भी बैठक की थी. उसमें सहाय ने भरोसा दिलाया गया था कि पांकी और बड़कागांव के विधायक वोट के दिन पहुंच जायेंगे. लेकिन बिट्टू सिंह वोट देने नहीं पहुंचे. राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास संगठन में प्रदेश के आला नेताओं की शिकायत भी पहुंची है. राज्यसभा सदस्य प्रदीप बलमुचू और डॉ रामेश्वर उरांव के बयानों को लेकर भी आपत्ति जतायी गयी है.