रांची : रांची विवि के पूर्व उप कुलपति डॉ केके नाग ने कहा कि मनुष्य को मूलभूत सुविधा की आवश्यकता की पूर्ति जैव विविधता से ही होती है. ईश्वर ने हमें बहुत ही खूबसूरत प्रकृति प्रदान की है. हम अपने क्रियाकलापों से इसे हरा-भरा खूबसूरत बनाये रखें. यह जिम्मेवारी सभी की है. उक्त बातें उन्होंने झारखंड जैव विविधता पर्षद द्वारा रविवार को वन विभाग के पलास सभागार में अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस कार्यक्रम में कही. उन्होंने लोगों से पौधा लगाने का आह्वान किया.
श्री नाग ने सामान्य ज्ञान पर आधारित जैव विविधता से संबंधित पुस्तिका का विमोचन किया. राजीव रंजन (सचिव, झारखंड जैव विविधता पर्षद) ने जैव विविधता अधिनियम और झारखंड जैव विविधता पर्षद द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी. प्रदीप कुमार (अध्यक्ष, झारखंड जैव विविधता पर्षद) ने कहा कि जैव विविधता अधिनियम, 2002 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पर्षद कृत संकल्प हैं.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एके प्रभाकर ने पर्षद के अंतर्गत चल रहे कार्यों, जैव विविधता अधिनियम, 2002 विषय पर जानकारी दी. मौके पर संकल्प लिया गया कि जैव विविधता के संरक्षण में सभी लोग अपनी–अपनी सार्थक भूमिका निभायेंगे. कार्यक्रम में सोनाली दास, डॉ एचएस गुप्ता, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, डॉ संजय सिंह, डॉ कौशल कुमार, डॉ एसके बिस्नोई ने भी विचार रखे. कार्यक्रम के अंत में पर्षद द्वारा निबंध लेखन प्रतियोगिता के विजयी प्रतियोगियों को समारोह में पुरस्कृत किया गया.