रांची : पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर व्यवसायी दिनेश कुमार सिंह से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी है़ रंगदारी नहीं देने पर जान मारने की धमकी दी गयी है़ इस संबंध में उन्होंने सुखदेवनगर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है़ दिनेश कुमार सिंह का दिनेश इलेक्ट्रिकल्स के नाम से इंद्रपुरी […]
रांची : पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर व्यवसायी दिनेश कुमार सिंह से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी है़ रंगदारी नहीं देने पर जान मारने की धमकी दी गयी है़ इस संबंध में उन्होंने सुखदेवनगर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है़ दिनेश कुमार सिंह का दिनेश इलेक्ट्रिकल्स के नाम से इंद्रपुरी में दुकान व गोदाम है़ं उसमें टेंट व विद्युत सज्जा का काम होता है़ दिनेश सिंह ने बताया कि 23 अप्रैल की रात उनके मोबाइल पर दो नंबरों से फोन आया़.
फाेन करनेवाले ने अपने को पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप बताया और कहा कि हमलोगों की मदद करो और 20 लाख रुपये हमारे आदमी को दे दो, नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा़ उन्हें तो पहले लगा कि कोई मजाक कर रहा है, लेकिन जब दोबारा फोन आया, तो उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को देना उचित समझा़ 24 अप्रैल को इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है़
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सुखदेवनगर थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह ने मामले को गंभीरता से लिया़ उन्होंने एक टीम का गठन किया और फोन का कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकाला़ उन्होंने बताया कि फोन करनेवाले की आवाज बच्चा की तरह काफी पतला है़ पुलिस कॉल डिटेल रिकॉर्ड के आधार पर जिस नंबर से फोन किया गया है, उसका पता लगाने के प्रयास में जुट गयी है़ वह सिम किसके नाम से है और उस नंबर से किस-किस को फोन किया गया है, उसका सारा डिटेल पुलिस ने निकाल लिया है़ पुलिस का कहना है कि शीघ्र ही व्यवसायी को फोन करनेवाले तक पहुंच जायेंगे.
पुलिस ने एक को हिरासत में लिया
पुलिस ने इस मामले में एक युवक को हिरासत में लिया है़ जिस फोन से कॉल किया गया था, कुछ दिन पहले वह फोन खो गया था़ पुलिस हिरासत में लिये गये युवक से पूछताछ कर रही है़ अभी तक उस युवक की संलिप्तता सामने नहीं आयी है.
पहले भी मांगी गयी थी रंगदारी
पीएलएफआइ के नाम पर आठ दिसंबर को भी व्यवसायी से 25 लाख रुपये रंगदारी मांगी गयी थी़ उस समय भी उन्होंने सुखदेवनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी़ इस मामले में पुलिस ने विपुल मुखर्जी, धीरज व संदीप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.