वह करीब दो माह तक हिंदपीढ़ी में रहा था. आतंकी शेख महबूब को आंध्रप्रदेश की पुलिस ने 17 फरवरी 2016 को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया था. उसके साथ चार अन्य साथी पकड़े गये थे. पकड़े जाने के बाद आंध्रप्रदेश की पुलिस को दिये बयान में उसने रांची में इलाज कराने की जानकारी दी है. आंध्रप्रदेश की पुलिस ने उसके द्वारा दी गयी जानकारी को झारखंड पुलिस को उपलब्ध करा दी है.
जानकारी के मुताबिक शेख महबूब मूल रूप से मध्यप्रदेश के खंडवा का रहनेवाला है. उसे गुड्डू, मल्लिक, समीर, आकाश व किशन के नाम से भी जाना जाता है. पिछले कई सालों से वह सिमी से जुड़ा हुआ है. उसने कई घटनाओं को अंजाम दिया है. 12 सितंबर 2014 को यूपी के बिजनौर में बम बनाने के दौरान विस्फोट होने से जख्मी हो गया था. उस वक्त वहां मौजूद उसके साथी सालिक और अय्याज ने वहां के निजी अस्पताल में इलाज कराया.
फिर भुवनेश्वर के किसी डॉ जैन के पास इलाज कराया गया, लेकिन उसके एक हाथ की दो अंगुलियां काम नहीं कर रही थीं. शरीर के सामनेवाले कुछ हिस्से पर भी जलने के निशान थे. इसे ठीक कराने के लिए रांची आ गया. फिर यहां रह कर इलाज कराया. रांची में इलाज कराने के बाद वह धनबाद चला गया. वहां पर वाशेपुर में दो कमरे का मकान किराये पर लेकर रहने लगा, लेकिन उसे लगा कि वहां वह पकड़ा जायेगा, इसलिए उसने अपना ठिकाना बदल लिया. फिर भुवनेश्वर में किराये का मकान लेकर अपने चार साथियों के साथ रहने लगा था.