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अभियंता केसी सिंह ने कहा था, मेरे पास 10 करोड़ की ब्लैक मनी
रांची: आयकर की छापामारी में रांची के पूर्व जिला अभियंता केसी सिंह ने अपने व परिवार के पास 10 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति (काला धन) होने की बात स्वीकार की थी. पर, निगरानी ने जांच के बाद केसी सिंह के पास आय से अधिक संपत्ति नहीं होने की बात कही है. सरकार ने निगरानी […]
रांची: आयकर की छापामारी में रांची के पूर्व जिला अभियंता केसी सिंह ने अपने व परिवार के पास 10 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति (काला धन) होने की बात स्वीकार की थी. पर, निगरानी ने जांच के बाद केसी सिंह के पास आय से अधिक संपत्ति नहीं होने की बात कही है. सरकार ने निगरानी की रिपोर्ट को स्वीकार कर केसी सिंह के खिलाफ जांच की फाइल बंद कर दी है.
आयकर ने भेजा था पत्र : आयकर ने केसी सिंह के घर छापामारी के बाद सरकार व निगरानी विभाग को पत्र भेजा था. इसमें इस बात का भी उल्लेख था कि इंजीनियर के घर से निवेश के दस्तावेज मिले हैं और उसने अघोषित संपत्ति स्वीकार की है. बाद
में पत्र के आधार पर सरकार ने मामले की निगरानी जांच (पीइ-11/14) करायी थी.
प्रारंभिक जांच पूरी होने के बाद निगरानी की ओर से सरकार को भेजे पत्र में कहा गया कि केसी सिंह पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का कोई आरोप प्रमाणित नहीं होता. निगरानी ने मामले को बंद करने की अनुशंसा भी कर दी. सरकार ने अनुशंसा को स्वीकार करते हुए मामले को बंद कर दिया.
आयकर की जांच में मिले तथ्य : आयकर विभाग ने जमीन कारोबारी कमल भूषण के साथ ही इंजीनियर केसी सिंह के रांची के हरमू और पटना में शेखपूरा गली स्थित मकान पर छापा मारा था. उनके घर से 26.20 लाख रुपये,अचल संपत्ति और निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले थे. इंजीनियर के पिता रामवृक्ष सिंह (85) करीब 25 साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे. उन्होंने आयकर को बताया था कि मकान के जिस कमरे से नकद और कागजात मिले हैं, वह केसी सिंह का है. आयकर को पता चला था कि रामवृक्ष सिंह के नाम 2.92 एकड़ जमीन है. केसी सिंह ने अपने बयान में स्वीकार भी किया था कि जमीन के लिए उसके पिता ने कमल भूषण को 6.70 करोड़ रुपये दिये थे. आयकर को छापे के दौरान पटना के श्रवण कुमार से 20 बीघा जमीन खरीदने के लिए किया गया एकरारनामा भी मिला था. इसमें रामवृक्ष सिंह, नीरज ठाकुर और अनिता सिंह के नाम जमीन खरीदने का उल्लेख था. इसके लिए 25 लाख का भुगतान किया गया था. दीदारगंज में 33 डिसमिल जमीन अनिता सिंहा और भूपेंद्र सिंह के नाम खरीदे जाने के दस्तावेज मिले थे. इसके अलावा रांची से खरीदे गये स्टांप पेपर पर नीरज ठाकुर को 1.17 करोड़ रुपये दिये जाने का उल्लेख था. बैंक लॉकर में मिले 260 ग्राम गोल्ड बार के बारे में रामवृक्ष सिंह ने बताया था कि इसे उन्होंने खरीद कर बहू को दिया था.
जांच में इसे किशोर मोदक द्वारा खरीदे जाने की बात प्रमाणित हुई. अब मोदक अपने पते पर नहीं मिल रहा है. बताया जाता है कि मोदक एक पूर्व मंत्री के करीबी हैं.
निगरानी ने जांच के बाद कहा आपके पास कोई काला धन नहीं
दूसरी बार बेदाग बताया निगरानी ने
इससे पहले एक व्यक्ति ने निगरानी में केसी सिंह के खिलाफ नाजायज तरीके से संपत्ति अर्जित करने की शिकायत की थी. कुछ साक्ष्य भी दिये थे. पर निगरानी ने जांच के बाद उन्हें बेदाग करार दिया. पर इसी शिकायत पर आयकर ने छापामारी की, जिसमें केसी सिंह ने 10 करोड़ की अघोषित संपत्ति स्वीकारी थी.
क्या-क्या मिला था छापेमारी में
केसी सिंह के पिता रामवृक्ष सिंह के नाम दलादली में 2.92 एकड़ जमीन
केसी सिंह ने माना था कि उनके पिता ने जमीन के बदले 6.70 करोड़ का भुगतान किया था
केसी सिंह के रांची व पटना के मकान से 26.20 लाख मिले
एजी कॉलोनी निवासी नीरज ठाकुर को 1.17 करोड़ देने से संबंधित दस्तावेज
पटना के घर से 20 बीघा जमीन खरीदने के लिए किया गया एकरारनामा
दीदारगंज में भी 33 डिसमिल जमीन खरीदने के दस्तावेज
बैंक लॉकर से 260 ग्राम का
गोल्ड बार मिला
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