पार्टी सूत्रों के अनुसार लोहरदगा के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक ने प्रदेश नेतृत्व को पत्र लिख लिखा है. इसमें पर्यवेक्षक की भूमिका को स्पष्ट करने को कहा गया है. यहां पर रायशुमारी में प्रमुख रूप से दो कार्यकर्ताओं का नाम सामने आया था. इस मुद्दे को प्रदेश नेतृत्व के समक्ष रखने की बात का निर्णय लिया गया था. पर्यवेक्षक के जाने के बाद जिला चुनाव प्रभारी ने राम मोहन राम को जिलाध्यक्ष बनाने की घोषणा कर दी. इसी प्रकार रांची जिला ग्रामीण के चुनाव में भी अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया है. कहा गया है कि तत्कालीन जिलाध्यक्ष की अनुपस्थिति में बैठक बुला कर चुनाव करा लिया गया, जो न्यायसंगत नहीं है.
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संगठनात्मक चुनाव: दिल्ली पहुंचा भाजपा का विवाद
रांची: भाजपा के पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश चुनाव प्रभारी राज सिन्हा पर आरोप लगाया है िक उनके साथ मिलकर प्रभावशाली नेताओं ने अपने पसंद के लोगों को जिलाध्यक्ष बनवा दिया है. इसकी शिकायत दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से की गयी है और बताया गया है कि किस तरह रांची महानगर के चुनाव में मंत्री को […]
रांची: भाजपा के पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश चुनाव प्रभारी राज सिन्हा पर आरोप लगाया है िक उनके साथ मिलकर प्रभावशाली नेताओं ने अपने पसंद के लोगों को जिलाध्यक्ष बनवा दिया है. इसकी शिकायत दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से की गयी है और बताया गया है कि किस तरह रांची महानगर के चुनाव में मंत्री को हस्तक्षेप करना पड़ा. वहीं जमशेदपुर चुनाव में मारपीट तक हुई. लोहरदगा चुनाव में जिलाध्यक्ष और पर्यवेक्षक में कोई समन्वय नहीं था.
पार्टी सूत्रों के अनुसार लोहरदगा के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक ने प्रदेश नेतृत्व को पत्र लिख लिखा है. इसमें पर्यवेक्षक की भूमिका को स्पष्ट करने को कहा गया है. यहां पर रायशुमारी में प्रमुख रूप से दो कार्यकर्ताओं का नाम सामने आया था. इस मुद्दे को प्रदेश नेतृत्व के समक्ष रखने की बात का निर्णय लिया गया था. पर्यवेक्षक के जाने के बाद जिला चुनाव प्रभारी ने राम मोहन राम को जिलाध्यक्ष बनाने की घोषणा कर दी. इसी प्रकार रांची जिला ग्रामीण के चुनाव में भी अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया है. कहा गया है कि तत्कालीन जिलाध्यक्ष की अनुपस्थिति में बैठक बुला कर चुनाव करा लिया गया, जो न्यायसंगत नहीं है.
ली जायेगी सबसे राय
इधर, प्रदेश चुनाव प्रभारी राज सिन्हा ने केंद्रीय नेतृत्व को पत्र भेज कर प्रदेश चुनाव की प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया है. पत्र में कहा गया है कि आधे से अधिक जिलों में चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. 26 संगठनात्मक जिलों में से 17 में चुनाव संपन्न करा लिया गया है. अब केंद्रीय नेतृत्व की ओर से प्रदेश अध्यक्ष को लेकर पर्यवेक्षक भेज कर रायशुमारी करायी जायेगी. भाजपा कोर कमेटी के सदस्यों से भी राय ली जायेगी.
संताल में चुनाव नहीं हुए
संताल परगना के छह जिलों में से एक जिला में भी चुनाव नहीं हो पाया है. इस क्षेत्र से मंत्रिमंडल में तीन मंत्री और आधा दर्जन विधायक आते हैं. प्रदेश प्रभारी के निर्देश के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने 25 फरवरी तक प्रक्रिया पूरी करने को कहा था.
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