रांची/ हटिया: जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के अपर हटिया पिठिया निवासी सुशील हुनी पूर्ति के घर में बाइक सवार कुछ लोग पहुंचे. वे लोग एक नाबालिग उग्रवादी को खोजने लगे. इसके बाद सुशील, पत्नी कृपा हुनी पूर्ति और नाबालिग उग्रवादी को अपने साथ उठा ले गये.
घटना सोमवार सुबह करीब नौ बजे की है. बाइक पर सवार लोगों की संख्या 10 से 13 के बीच थी. बाइक पर जगह नहीं होने के कारण सुशील और उसकी पत्नी को उन लोगों ने इंसलरी चाैक पर छोड़ दिया और नाबालिग उग्रवादी को अपने साथ खूंटी की ओर ले गये. दोनों की निगरानी के लिए प्रभा सहाय नामक एक व्यक्ति को वहीं छोड़ दिया और उससे कहा गया कि दूसरी गाड़ी लेकर आ रहे हैं, तब इन्हें ले जायेंगे. इस बात की सूचना जब जगन्नाथपुर पुलिस को मिली, तो थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार सिंह एवं दारोगा वीरेंद्र कुमार ने इंसलरी चौक पर पहुंच कर इन तीनों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया.
इसके बाद मामले की सूचना खूंटी पुलिस को दी. इसके बाद खूंटी एसडपीओ रणवीर सिंह के नेतृत्व में नाबालिग उग्रवादी की तलाश में अभियान चलाया गया है. खूंटी पुलिस ने उसे देव गांव से बरामद कर लिया है. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर कुछ हथियार भी बरामद किये हैं. पुलिस उससे पीएलएफआइ उग्रवादी जीदन गुड़िया और पीएलएफआइ के अन्य उग्रवादियों के बारे में पूछताछ कर छापेमारी कर रही है.
बताया जाता है कि नाबालिग उग्रवादी को पकड़ने के लिए पुलिस देव गांव में लगातार छापेमारी कर रही थी, लेकिन वह पुलिस की पकड़ से बाहर था. लगातार गांव में पुलिस की आवाजाही से क्षुब्ध ग्रामीणों ने फरार नाबालिग उग्रवादी को स्वयं ढूंढ़ निकालने का इरादा बनाया. इसी बीच ग्रामीणों को सोमवार को सूचना मिली कि वह हटिया में है. देव गांव के युवक मोटरसाइकिल पर सवार होकर हटिया पहुंचे और उसे ढूंढ़ कर दोपहर में देव गांव लेकर आये. गांव में ग्राम सभा बैठी. नाबालिग उग्रवादी को सुधर जाने और संगठन छोड़ने की नसीहत दी गयी, लेकिन उसने इनकार कर दिया. इसलिए ग्रामीण बैठ कर उसकी हत्या की योजना तैयार कर रहे थे, लेकिन इसी बीच पुलिस वहां पहुंच गयी अौर उसे बरामद कर लिया.
सुशील ने पुलिस को क्या बताया : इंसलरी चौक से जगन्नाथपुर पुलिस की टीम सुशील, उसकी पत्नी और प्रभु सहाय को पूछताछ के लिए थाना लेकर गयी. सुशील ने पुलिस को बताया कि नाबालिग उग्रवादी मेरा साला है. वह पीएलएफआइ उग्रवादी संगठन में काम कर चुका है, लेकिन उसे पीएलएफआइ के उग्रवादी ही उठा कर ले गये हैं. इसके बाद पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू की थी.
उग्रवादियों के लिए सेफ जोन बनता जा रहा है पिठियाटोली और गिरजाटोली : स्थानीय लोगों के अनुसार इन दिनों पिठियाटाेली और गिरिजाटोली पीएलएफआइ के उग्रवादियों के लिए सेफ जोन बनता जा रहा है. स्थानीय लोगों के अनुसार अपर हटिया के पिठियाटोली, गिरजाटोली में कर्रा गोबिंदपुर और खूंटी के कुछ उग्रवादी नाम बदल कर रहते हैं और कुली का काम करते हैं. रात में मौका मिलते ही अपने साथियों के साथ मिल कर घटना को अंजाम देते हैं.
कुछ माह पहले खूंटी के तत्कालीन एसडीपीओ दीपक शर्मा ने जगन्नाथपुर पुलिस के सहयोग से अपर हटिया स्थित गिरजा टोली में पीएलएफआइ के सदस्यों की खोज में छापामारी की थी, लेकिन उग्रवादी वहां से बच कर भागने में सफल रहे थे. पिठियाटोली के ग्रामीणों ने कहा कि अब इन सभी को यहां रहने नहीं देंगे और गलत लोगों को देखने पर पुलिस को सूचना देंगे. गांव में उन्हें शांित चाहिए.