रांची : जेपीएसएसी की पांचवीं सिविल सेवा परीक्षा के रिजल्ट को लेकर विपक्ष ने शुक्रवार को विधानसभा में हंगामा किया़ सदन की कार्यवाही दिन भर नहीं चल सकी़ दोनों ही पारियों में दो-दो बार स्थगित करनी पड़ी़ . सुबह कार्यवाही शुरू होते ही झामुमो के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया़ कांग्रेस के विधायकों के साथ वेल में घुस गये़ .
सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी़ झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी का कहना था कि इस मुद्दे पर दो दिनों तक स्पीकर के कक्ष में बात हुई़ पर सरकार ने कोई हल नहीं निकाला़ रिजल्ट में गड़बड़ी हुई है़ छात्रों के साथ अन्याय हुआ है़ जेपीएससी का पूर्ण गठन नहीं हुआ है़ इसमें दलित, पिछड़ों के उम्मीदवार नहीं है़ं स्पीकर दिनेश उरांव ने विधायकों को अपनी सीट से बातें रखने को कहा़.
इसी हंगामे व नारेबाजी के बीच मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपनी बातें रखी़ उन्होंने कहा : नियमावली पहले की सरकार ने बनायी है़ आदिवासी-मूलवासी के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे है़ं नाटक कर रहे है़ं .
मुख्यमंत्री की बातें सुनते ही विपक्ष की ओर से हंगामा तेज हो गया़ विधायक वेल के अंदर बैठ गये और जोर-जोर से नारे लगाने लगे़ स्पीकर ने दोपहर दो बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी़ दो बजे सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई़ पर हंगामे के कारण स्पीकर ने इसे स्थगित कर दिया़ दूसरी पाली में भी सदन व्यवस्थित नहीं हो पाया और पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गयी़.
किसने क्या कहा
दो दिनों की बैठक में सब-कुछ साफ था़ मामला कोर्ट में है़ नियुक्ति पुरानी नियमावली पर हुई है़
सरयू राय, संसदीय कार्यमंत्री
सरकार इंतजार कर सकती थी़ जेपीएससी के सामने झुकना नहीं चाहिए़ बच्चाें के भविष्य का सवाल है.
स्टीफन मरांडी, झामुमो
सर्वदलीय बैठक में सरकार ने साफ कर दिया है कि वह हस्तक्षेप नहीं करेगी़ इसके बाद क्या रास्ता है़
हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष
संवैधानिक प्रावधानों का जेपीएससी ने उल्लंघन किया है़ छात्रों में संशय की स्थिति है़
सुखदेव भगत, कांग्रेस
सरकार बहाली तो रोक सकती है़, इसे रोका जाये़
प्रदीप यादव, झाविमो