रांची :विनय महतो की हत्या के विरोध में अभिभावक संघर्ष मोरचा के द्वारा बुलाए गए रांची बंद का मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार राजधानी के अरगोड़ा चौक पर बंद समर्थकों ने उत्पात माचाया और गाडियों के शीशे तोड़े. समर्थकों ने यहां टायर जलाकर मार्ग को अवरुद्ध करने का प्रयास किया हालांकि शहर के अन्य क्षेत्र में वाहनों का आवागमन सामान्य दिनों की तरह ही है.राजधानी बंद को देखते हुए कुछ स्कूल नहीं खुले हैं.
मंगलवार को मोरचा के अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा जांच के नाम पर केवल औपचारिकता पूरी की जा रही है. इतने दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक हत्यारे का नाम पुलिस उजागर नहीं कर पायी है. उन्होंने सरकार से एसआइटी का गठन करने, प्रशासन मेडिकल बोर्ड का गठन कर एफएसएल रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि बंदी सुबह छह बजे से दिन के दो बजे तक रहेगी.
रांची पुलिस का आग्रह ठुकराया
अभिभावक संघर्ष मोरचा सहित कई संगठन के पदाधिकारियों को एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के आदेश पर कोतवाली थाना बुलाया गया था़ वहां उनसे बंद वापस लेने का आग्रह किया गया, लेकिन संगठन के पदाधिकारियों ने बंद वापस लेने से साफ इनकार कर दिया. अभिभावक संघर्ष मोरचा के अध्यक्ष कैलाश यादव सहित कई संगठन के पदाधिकारी कोतवाली थाना पहुंचे थे़ इस दौरान सिटी एसपी किशोर कौशल, हटिया एएसपी प्रशांत आनंद, कोतवाली एएसपी अंशुकन कुमार व इंस्पेक्टर विजय सिंह उपस्थित थे़.
आज बंद रहेंगे ये स्कूल
– सेक्रेड हर्ट स्कूल
– संत अरविंदो एकेडमी
– डीएवी नागेश्वर
– फस्ट मार्क पब्लिक स्कूल, बूटी रोड
– लिटिल एंजल्स नर्सरी पब्लिक स्कूल
– बचपन प्ले स्कूल
– गुरुकुल नर्सरी स्कूल
– डीएवी नंदराज, लालपुर
– होली क्रास
– सेवेंथ डे
– शेरवुड स्कूल, बहुबाजार
– यूके पब्लिक स्कूल
राजद, सदान विकास पार्टी ने किया समर्थन
रांची : विद्यार्थी विनय की हत्या के विरोध में बुधवार को रांची बंद का समर्थन सदान विकास पार्टी ने किया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद साहु ने हत्या की निंदा करते हुए सीबीआइ जांच की मांग की. वहीं झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल व युवा राजद द्वाराा बिरसा चौक में स्कूल प्रबंधन का पुतला दहन किया गया व बंदी का समर्थन करने की घोषणा की गयी.
कई संगठनों ने किया बंद का समर्थन
रांची. विनय महतो हत्याकांड के विरोध में बुधवार को बुलाये गये रांची बंद का कई संगठनों ने समर्थन किया है. ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने इसे नागरिक बंदी बताया है. फोरम के अनिल अंशुमन ने कहा है कि फोरम के घटक आइसा और एपवा ने भी बंद को समर्थन करने का निर्णय लिया है. ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन और एआइएसएफ ने बंद का समर्थन किया है.