रांची, गढ़वा: विधानसभा की लोक लेखा समिति ने गढ़वा जिला प्रशासन की शिकायत की है़ समिति के सभापति और इसके सदस्य शनिवार को गढ़वा पहुंचे थे़ विधायकों के ठहरने-खाने की व्यवस्था में जिला प्रशासन ने लापरवाही बरती़ कमेटी के सभापति स्टीफन मरांडी ने पूरे मामले की जानकारी स्पीकर दिनेश उरांव को दे दी है़ बताया है कि समिति के सदस्य गढ़वा सर्किट हाउस पहुंचे, तो प्रशासन से कोई व्यक्ति खोज खबर लेनेवाला नहीं था़ विधायकों को रात में सोने के लिए कंबल तक की व्यवस्था नहीं थी़ यही नहीं शौचालय के पानी से खाना बन रहा था़.
डीसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
श्री मरांडी ने कहा : राज्य में अफसर निरंकुश हो गये है़ं उन्हें विधानसभा की कमेटी की भी परवाह नहीं है़ विधानसभा की गरिमा का सवाल है़ ऐसी प्रशासनिक लापरवाही कहीं नहीं देखी़ हम पूरे मामले में डीसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते है़ं कमेटी में विधायक इरफान अंसारी, कुणाल षाड़ंगी, गंगोत्री कुजूर और नारायण दास सदस्य है़ं शनिवार की शाम ये सभी विधायक स्थल निरीक्षण के लिए गढ़वा पहुंचे थे़
ठोस कार्रवाई की जाये
इधर विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि स्पीकर को मामले की जानकारी दे दी गयी है़ हम इसमें स्पीकर से ठोस कार्रवाई की मांग करेंगे़ यह कमेटी विधानसभा का प्रतिनिधत्व कर रही है़ राज्य के अधिकारियों को विधानसभा का भी ख्याल नहीं रहा़
अधिकारी पूछने तक नहीं आये
विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए़ हम लोग भूखे-प्यासे थे, लेकिन कोई प्रशासनिक अधिकारी पूछने तक नहीं आया़ हद तो तब हो गयी, जब शौचालय के पानी से खाना बना कर दिया गया था़ अधिकारियों ने विधानसभा की कमेटी का तमाशा बना कर रख दिया है़ विधायकों ने कहा कि गढ़वा डीडीसी और एनडीसी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हुई़ प्रोटोकॉल का कोई अधिकारी सर्किट हाउस में नहीं था़
अाधी रात मेदिनीनगर लौटे विधायक
विधानसभा की लोक लेखा समिति शनिवार की रात करीब एक बजे मेदिनीनगर परिसदन में पहुंचा़ समिति के सदस्य बिना सुरक्षा के परवाह किये रात में ही गढ़वा से मेदिनीनगर के लिए रवाना हो गये थे. रात में ही समिति के सभापति ने पलामू के उपायुक्त को फोन कर इसकी जानकारी दी, उसके बाद पलामू उपायुक्त के श्रीनिवासन के आदेश के आलोक में जिला नाजिर शैलेश कुमार द्वारा समिति के सदस्यों के लिए उचित प्रबंध कराया गया़ विधायक इरफान अंसारी और कुणाल षाड़ंगी का कहना है कि स्थानीय परिचित सुरक्षा कर्मियों ने अपने स्तर से प्रबंध किया़ आधी रात में हम सब नक्सल प्रभावित इलाके से होते हुए मेदिनीनगर पहुंचे़.
गंभीर मामला है़ अधिकारियों की घोर लापरवाही है़ अधिकारी निरकुंश और उदासीन है़ं छोटे अधिकारियों पर नहीं, सीधे डीसी पर कार्रवाई होनी चाहिए़ विधानसभा में अवमानना का मामला लाया जायेगा़
प्रो स्टीफन मरांडी
लोक लेखा कमेटी के सभापति