अब रिम्स प्रबंधन स्वास्थ्य मंत्री के पास इसे अंतिम मुहर के लिए भेजेगा. अब देखना यह है कि स्वास्थ्य मंत्री के यहां से कब इस निर्णय को लागू करने की अनुमति मिलती है. यानी स्वास्थ्य विभाग व स्वास्थ्य मंत्री के बीच शासी परिषद के निर्णय की फाइल घूम रही है.
Advertisement
मंत्री-विभाग के बीच अटकी अहम फैसलों की फाइल
रांची: रिम्स शासी परिषद की बैठक 21 नवंबर को हुई थी, जिसमें मरीजों के हित में कई निर्णय लिये गये थे. लेकिन इन निर्णयों का पालन एक माह बाद भी नहीं हो सका है. ऐसा स्वास्थ्य विभाग के ढुलमुल रवैया के कारण हो रहा है. रिम्स प्रबंधन द्वारा बैठक के बाद विभाग को निर्णय संबंधी […]
रांची: रिम्स शासी परिषद की बैठक 21 नवंबर को हुई थी, जिसमें मरीजों के हित में कई निर्णय लिये गये थे. लेकिन इन निर्णयों का पालन एक माह बाद भी नहीं हो सका है. ऐसा स्वास्थ्य विभाग के ढुलमुल रवैया के कारण हो रहा है. रिम्स प्रबंधन द्वारा बैठक के बाद विभाग को निर्णय संबंधी फाइल कार्यवाही के लिए भेजी गयी थी, लेकिन विभाग ने एक माह बाद 24 दिसंबर को यह फाइल रिम्स प्रबंधन को लौटायी है.
तो 21 मरीजों को मिलता लाभ
रिम्स शासी परिषद में लिये गये निर्णय का अगर समय से पालन हो गया होता, ताे सबसे ज्यादा लाभ हृदय रोगियों को होता. हृदय रोगियों को एंजियोग्राफी, एंजियाेप्लाटी के लिए कम पैसे देने पड़ते. स्टेंट के लिए मरीजों को 65 हजार रुपये ही देना पड़ता. जानकारी के अनुसार 21 नवंबर से लेकर अब तक 21 मरीजों की एंजियोप्लास्टी करायी जा चुकी है. अगर नयी दर पर इनका इलाज होता, तो इनके पैसे की बचत होती.
जल्द लागू होंगे निर्णय
शासी परिषद की बैठक के निर्णय को प्रोसिडिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास भेजा गया था. 24 दिसंबर को वहां से फाइल लौट कर आयी है. अब मंत्री के पास फाइल भेजी जायेगी. वहां से हमारे पास प्रोसिडिंग की फाइल आ जायेगी, तो हम शासी परिषद में लिये गये निर्णय को लागू कर देंगे. डॉ बीएल शेरवाल, निदेशक, रिम्स
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement