गृहमंत्री से मुलाकात के दौरान इंजीनियर की पत्नी ने गृहमंत्री से अपराधियों से खतरे की बात कही और परिवार को सुरक्षा देने की गुहार लगायी. पत्नी कांति कुमारी ने घटना की पूरी जानकारी गृह मंत्री को दी. पत्नी ने बताया कि विभागीय तौर पर उनकी कोई सहायता नहीं की गयी और उन्हें खुद के भरोसे दिल्ली में छोड़ दिया. राजनाथ ने परिवार को पूरी सुरक्षा देने के साथ ही हरसंभव मदद का भरोसा दिया. इस दौरान गृहमंत्री ने झारखंड के डीजीपी से बात की और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा. गौरतलब है कि 23 नवंबर को एक करोड़ की फिरौती नहीं देने के कारण अपराधी लवकुश गिरोह के लोगों ने इंजीनियर पर फायरिंग की थी. अपराधी लवकुश पर हत्या और रंगदारी समेत कई मामले दर्ज हैं.
अपराधियों के खिलाफ समरेंद्र प्रसाद ने पुलिस में भी शिकायत दर्ज करायी थी. फिलहाल इंजीनियर गुडगांव स्थित मेदांता अस्पताल में भरती हैं. वहीं सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि गृह मंत्री ने पूरी बात को ध्यान से सुनकर डीजीपी को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया है. डीजीपी ने बताया कि चार अपराधियों को पकड़ा जा चुका है. अन्य जल्द ही हिरासत में होंगे. वहीं इंजीनियर की पत्नी ने कहा कि उन्हें भय लग रहा है. कांति कुमारी ने गृह मंत्री से परिवार और बच्चों की सुरक्षा के साथ ही अपराधियों पर कार्रवाई की गुहार लगायी है.