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सत्ता पक्ष के सचेतक किशोर ने सरकार को सौंपा वार्षिक कैलेंडर

सत्ता पक्ष के सचेतक किशोर ने सरकार को सौंपा वार्षिक कैलेंडरएक वर्ष में 45-50 दिन सत्र चलाने का आग्रह, बजट सत्र एक महीने करने का सुझाववरीय संवाददातारांची : सत्ता पक्ष के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने सरकार को विधानसभा की बैठक का खाका सौंपा है़ श्री किशोर ने वार्षिक कैलेंडर तैयार कर संसदीय कार्यमंत्री सरयू […]

सत्ता पक्ष के सचेतक किशोर ने सरकार को सौंपा वार्षिक कैलेंडरएक वर्ष में 45-50 दिन सत्र चलाने का आग्रह, बजट सत्र एक महीने करने का सुझाववरीय संवाददातारांची : सत्ता पक्ष के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने सरकार को विधानसभा की बैठक का खाका सौंपा है़ श्री किशोर ने वार्षिक कैलेंडर तैयार कर संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय को सौंपी है़ इसमें अलग-अलग सत्रों के लिए सुझाव दिये गये है़ं श्री किशोर ने जो वार्षिक कैलेंडर तैयार किया है, उसमें वर्ष भर में 45 से 50 दिन सत्र चलाने का आग्रह किया गया है़ विधानसभा का बजट सत्र एक महीना करने का सुझाव दिया है़ श्री किशोर की दलील है कि वर्तमान में बजट सत्र के कार्य दिवस 10 से 15 दिन का होता है़ ऐसे में हर वर्ग में पांच विभाग होते है़ं दो वर्ग के तहत 10 विभागोें पर विधायकों को सवाल पूछने की बाध्यता होती है़ एक सप्ताह में एक विभाग से विधायक एक ही प्रश्न पूछ पाते हैं, अगले सप्ताह फिर दूसरे प्रश्न की बारी आती है़ श्री किशोर का कहना है कि 25 दिन का सत्र होने से एक-एक विधायक एक वर्ग में पांच सवाल पूछ पायेंगे़ इससे अधिक से अधिक जनसमस्याएं सामने आयेंगी़ सत्ता पक्ष के सचेतक का कहना है कि राज्य में कई महत्वपूर्ण विभागों पर चर्चा नहीं हो पाती है़ ऐसे 15 से 16 विभाग हैं, जिन पर चर्चा आवश्यक है़ कई विभाग कार्यवाही के दौरान गिलोटिन का हिस्सा बन जाते हैं और चर्चा नहीं होती़ श्री किशोर ने कहा कि बजट सहित दूसरे सत्रों की कार्य दिवस बढ़ाने से सदन तक आम लोगों की आवाज पहुंचेगी़ सरकार सत्र निर्धारण के लिए बनाना चाहती है कमेटीसंसदीय कार्यमंत्री सरयू राय की भी कोशिश है कि विधानसभा का वार्षिक कैलेंडर जारी किया जाये़ इसके लिए वह पक्ष-विपक्ष के विधायकों की एक कमेटी बनाने की बात कह चुके है़ं कमेटी के सुझाव पर विधानसभा सत्र की अवधि तय की जायेगी़ श्री राय का मानना है कि सत्र की छोटा होने को लेकर बार-बार शिकायत मिलती है़ इसका स्थायी समाधान निकालने की जरूरत है़

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