रांची: मुख्यमंत्री को व्यवसायियों की समस्या सुननी पड़ेगी. अगर जल्द ही मुख्यमंत्री ने व्यवसायियों की समस्याओं के निदान पर बैठक आयोजित नहीं की, तो दस दिनों के उपरांत पूरे झारखंड में एक दिवसीय सांकेतिक बंद का आह्वान किया जायेगा. यह बातें फेडरेशन चेंबर अध्यक्ष पवन शर्मा ने कही. वे चेंबर अॉन ह्वील कार्यक्रम के तहत जमशेदपुर में व्यापारियों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि खदानें बंद पड़ी हैं. इससे बेरोजगारी भी बढ़ रही है.
टाटा स्टील से भी उन्होंने स्थानीय उद्यमियों से सामान खरीदने को कहा. वाणिज्यकर विभाग को इनपुट टैक्स के नोटिफिकेशन को भी वापस लेना होगा. इससे पहले अध्यक्ष पवन शर्मा के नेतृत्व में 25 सदस्यीय दल ने खूंटी, चाईबासा और जमशेदपुर का दौरा किया. इसमें व्यापारियों ने अपनी समस्याएं बतायीं और सुझाव भी दिये. पहली बैठक खूंटी में राजस्थान भवन में खूंटी चेंबर ऑफ कॉमर्स के साथ हुई. इसमें खूंटी की एसडीओ नीरज कुमारी के अलावा क्षेत्र के व्यापारी व उद्यमी उपस्थित थे.
बैठक में एसडीओ नीरज कुमारी ने खूंटी में दो-तीन सुविधा केंद्रों के माध्यम से दाल समेत अन्य खाद्य सामग्रियों को सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने का आग्रह किया. अध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि खूंटी चेंबर के सहयोग से क्षेत्र में तीन सुविधा केंद्र खोले जायेंगे. लेकिन प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि इन सुविधा केंद्रों पर आनेवाले सामान टैक्स फ्री होंगे. एसडीओ ने चेंबर को हरसंभव सहयोग की बात कही. खूंटी के व्यापारियों ने लाह उत्पादन की खराब स्थिति की जानकारी देते हुुए बड़े और छोटे उद्योग लगाने में मदद मांगी.
दूसरी बैठक चाईबासा में चाईबासा चेंबर ऑफ कॉमर्स के साथ हुई. इसमें बताया गया कि 1995 से पश्चिमी सिंहभूम में लीज नवीकरण का काम नहीं हो रहा है. सरकार की गलत नीतियों के कारण जिले में लौह अयस्क की 21 खदानें कई वर्षों से बंद पड़ी हैं. व्यापारियों ने बताया कि बेरोजगारी बढ़ने के साथ ही सरकार को भी इससे प्रतिमाह लगभग 240 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है. दो वर्षों से सरकारी लकड़ियों का मूल्य निर्धारण नहीं किया जा रहा है, सुबह 7-9 बजे तक नो इंट्री के कारण ट्रांसपोर्टरों को कठिनाई होती है. घोषणा होने के बाद भी औद्योगिक पार्क स्थापित नहीं हुआ. चेंबर महासचिव विनय अग्रवाल ने कहा कि देशभर में रेल मंत्रलय को सबसे ज्यादा राजस्व चक्रधरपुर रेलमंडल के खरसांवा-बडबील रेलखंड से प्राप्त होता है, परंतु इस क्षेत्र में यात्री रेल की सुविधा शून्य है. रेल मंत्री से मिल कर इस पर चर्चा की जायेगी. अन्य मुद्दों पर भी विभागीय अधिकारियों से बात की जायेगी.
इसके बाद जमशेदपुर में सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के साथ बैठक हुई. इसमें स्थानीय सांसद विद्युतवरण महतो भी शामिल हुए. पवन शर्मा ने कहा कि सरकार के उदासीन रवैये के कारण कोल्हान की खदानें बंद पड़ी हैं. उन्होंने यह भी कहा कि टाटा स्टील यदि 10 एग्रीगेटर से ही सामान खरीदेगी, तो अन्य व्यवसायी कहां जायेंगे. टाटा स्टील को यह फैसला बदलना होगा, क्योंकि शहर एवं आसपास के व्यवसायी-उद्यमी टाटा स्टील पर ही निर्भर हैं. उन्होंने राज्य में एयरपोर्ट की संख्या बढ़ाने की भी मांग की. सांसद विद्युतवरण महतो ने कहा कि सरकार राज्य में व्यापार-उद्योग के विकास के लिए तेजी से काम कर रही है. तीन खदानें खोली गयी हैं, दो और खदानें जल्द खोली जायेंगी. एनएच 33 का कार्य तेजी से चल रहा है.
इस दौरे में चेंबर उपाध्यक्ष कुणाल अजमानी, सह सचिव राहुल मारू, आनंद गोयल, कोषाध्यक्ष रंजीत गाड़ोदिया, रतन मोदी, किशोर मंत्री, प्रवीण छाबड़ा, आरडी सिंह, अरूण खेमका, रवि भट्ट, अश्विनी राजगड़िया, शैलेश अग्रवाल, किशन अग्रवाल, योगेन्द्र पोद्दार, शंभू गुप्ता, शशांक भारद्वाज, मनोज बजाज, अनिल अग्रवाल, हरि कानोडिया, वरूण तुलस्यान शामिल हुए. इन बैठकों में चाईबासा चेंबर की ओर से ललित शर्मा, मधुसूदन अग्रवाल, खूंटी चेंबर के सदस्य, सिंहभूम चेंबर की ओर से नंद किशोर अग्रवाल, सुरेश सोंथालिया, प्रभाकर अग्रवाल सहित अन्य व्यापारी व उद्यमी उपस्थित थे.