रांची: जिस सपूत ने राइस फिल्टर मशीन बना कर देश में रांची का नाम रोशन किया, उसी के पिता को स्थानीय अधिकारी परेशान कर रहे है. राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से पुरस्कृत बाल वैज्ञानिक साजिद अंसारी के पिता मो कलीम अंसारी इन दिनों सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगा कर थक चुके हैं.
कांके अंचल, प्रखंड व डीआरडीए कार्यालयों का श्री अंसारी नवंबर 2012 से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन तीन डिसमिल जमीन बंदोबस्त करने संबंधी प्रस्ताव एलआरडीसी व अपर समाहर्ता को नहीं भेजा गया. बीडीओ ने अब तक इंदिरा आवास तक आवंटित नहीं किया है.
अधिकारियों के रवैये से परेशान श्री अंसारी बताते हैं कि उनके आग्रह पर राज्यपाल सचिवालय ने (पत्रंक 3247/11.10.2012) उपायुक्त को तीन डिसमिल जमीन बंदोबस्त करने और इंदिरा आवास आवंटित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. डीआरडीए निदेशक ने (2378/12.11.2012) कांके प्रखंड के बीडीओ व अंचलाधिकारी को पत्र लिख कर एक सप्ताह के अंदर आवश्यक कार्रवाई कर सूचित करने का निर्देश दिया था.
निर्देश के आलोक में अंचल ने अमीन द्वारा जमीन की मापी करायी गयी. अमीन ने कांके के मौजा फुटकल टोली के खाता संख्या 46, प्लॉट नंबर 245, रकबा तीन डिसमिल जमीन का नक्शा व अभिलेख तैयार किया. मामला अंचल स्तर पर लंबित बताया जाता है, जबकि प्रखंड कार्यालय में श्री अंसारी के बीपीएल कार्ड में नंबर अंकित नहीं रहने की बात कह कर इंदिरा आवास का मामला लंबित है. श्री अंसारी का कहना है कि उनका बीपीएल कार्ड नंबर 0318073 है, पर बीडीओ मानने से इनकार कर रहे है. यदि शीघ्र कार्रवाई पूरी नहीं की गयी, तो वे पुन: राज्यपाल से मिलेंगे.