रांचीः हरमू पानी टंकी के पानी का पीने के लिए इस्तेमाल नहीं करने की उदघोषणा रविवार को पेयजल व स्वच्छता विभाग ने की. एक ऑटो पर लाउडस्पीकर लगा कर पूरे हरमू क्षेत्र में यह उदघोषणा की गयी. पुलिस ने शनिवार को पानी टंकी से एक युवक का क्षत-विक्षत शव निकाला था.
पुलिस के अनुसार शव तीन-चार दिन पहले से टंकी में था और जलापूर्ति होती रही. इधर, टंकी का पानी पीनेवाले कई मनोवैज्ञानिक रूप से बीमार हो गये हैं. कई की स्थिति खराब है. लोगों का आरोप है कि पेयजल व स्वच्छता विभाग के लोग यदि पानी मापने नहीं जाते हैं, अगर वे नियमित इसकी जांच करते, तो यह स्थिति नहीं होती.
लापरवाह हैं पीएचइडी अफसर : कमाल
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मो कमाल खां ने कहा कि पीएचइडी विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से हरमूवासियों को पांच दिनों तक दूषित पानी पीना पड़ा. हरमू पानी टंकी की सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया है. श्री खां ने विभागीय मंत्री से इस मामले की जांच करा कर दोषी अधिकारियों को दंडित करने का आग्रह किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी घटना दोबारा नहीं हो.
टंकी में डूबे युवक की शिनाख्त नहीं
हरमू स्थित पानी टंकी में डूबे युवक (35 ) की शिनाख्त दो दिनों के बाद भी नहीं हो पायी है. पुलिस सभी थानों में किसी युवक के लापता होने के सन्हा के संबंध में पता लगा रही है. अरगोड़ा पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो पायेगा कि उसकी हत्या हुई है या यह अस्वाभाविक मौत(यूडी केस) का मामला है. पुलिस मानती है कि शव कई दिन पुराना है. सूत्र बताते हैं कि दीपावली के समय जुआ खेलने के दौरान हुए विवाद के बाद युवक की हत्या कर शव को टंकी में डाल दिया गया होगा.