रांची: डोरंडा में 24 अप्रैल 2013 को बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने छह लोगों को पाॅलिग्राफी टेस्ट के लिए गुजरात के गांधीनगर भेजा है. जिन लोगों को टेस्ट के लिए भेजा गया, उनमें मो तौफीक, मो नौशाद, मो राजू और मो कमर के अलावा दो महिलाएं शामिल हैं.सभी दरजी मोहल्ला के रहनेवाले हैं. डोरंडा पुलिस की टीम सभी को लेकर ट्रेन से रवाना हुए.
इधर, इसके विरोध में गुरुवार को कुछ लोग डोरंडा थाना पहुंचे और टेस्ट के लिए गांधीनगर भेजने का विरोध किया. हालांकि सभी को पुलिस ने समझाया. पुलिस का कहना था कि जिनके खिलाफ जांच साबित होगी, सिर्फ उन्ही पर कार्रवाई होगी. चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. पुलिस के अनुसार जिन्हें टेस्ट के लिए भेजा गया है, उनकी संलिप्तता के संबंध में पुलिस काे अब तक कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं. पुलिस को इस बात की आशंका है वे घटना के बारे जानते हैं, लेकिन पुलिस को घटना में संलिप्त आरोपी के बारे जानकारी नहीं देना चाहते हैं. न्यायालय के निर्देश पर पुलिस ने सभी का पॉलिग्राफी टेस्ट कराने का निर्णय लिया है. गौरतलब है कि इस घटना को लेकर रांची में काफी हंगामा हुअा था. उस वक्त मुख्यमंत्री ने भी मामले को गंभीरता से लिया था. उसके बाद से ही जांच चल रही थी.
क्या था मामला
डोरंडा में 24 अप्रैल, 2013 को खेलने के क्रम में एक बच्ची गायब हो गयी थी. बाद में दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गयी थी. शव दूसरे दिन 25 अप्रैल को पुलिस ने बरामद किया था. पुलिस के केस दर्ज कर संदेह के आधार पर मो सद्दाम नामक युवक को जेल भेजा था. अनुसंधान में पुलिस को उसकी संलिप्तता के संबंध में साक्ष्य नहीं मिले. पुलिस ने सद्दाम का पॉलिग्राफी टेस्ट कराया, लेकिन उसके बारे कोई साक्ष्य नहीं मिले. पुलिस को संदेह है कि बच्ची का करीबी ही आरोपी है. लेकिन पुलिस को इस केस में अब तक किसी की संलिप्तता के बारे जानकारी नहीं मिली. वर्तमान में इस केस का अनुसंधान सिटी एसपी कर रही हैं.