रांची: लोहरदगा के सदर अस्पताल परिसर में अर्धनिर्मित 100 बेड वाले अस्पताल भवन में घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग कर राशि का दुरुपयोग करने का मामला सामने आया है. इसकी जांच अब निगरानी करेगी. निगरानी को मामले की जांच करने का आदेश सरकार ने दिया है. इस मामले में लोहरदगा डीसी ने सरकार से शिकायत की थी. इस मामले में जिला परिषद लोहरदगा के अभियंता गुप्तेश्वर कुमार, महेश रविदास, नेचुरल पावर हाउस लिमिटेड और महेश रविदास सहित अन्य अधिकारियों की भूमिका की जांच की जायेगी.
ज्ञात हो कि 31 मार्च 2007 तक 100 बेड वाले अस्पताल भवन का निर्माण पूरा करना था. निर्माण कार्य के लिए आरंभ में राशि 60, 58,900 रुपये निर्धारित की गयी थी. बाद में निर्माण कार्य की राशि बढ़ा कर 1,63,00, 000 रुपये कर दी गयी, जबकि विभाग से इसके लिए आवंटन सिर्फ 1.50 करोड़ हुआ था. सरकार की ओर से भवन का निर्माण शीघ्र पूरा कराने का अनुरोध किया गया था, इसके बावजूद अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ.
वर्ष 2011 में तत्कालीन डीसी ने अर्धनिर्मित अस्पताल भवन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान पाया कि अस्पताल में जो निर्माण कार्य हुआ और उसमें जो सामग्री उपयोग में लायी गयी है, वह घटिया किस्म की है. अस्पताल का निर्माण तय मापदंड के अनुसार नहीं हुआ है. मगर अधिकारियों ने पीडब्ल्यूडी कोड का उल्लंघन कर निर्माण कर रही एजेंसी को अग्रिम का भुगतान कर दिया.