रांची : दाल की कालाबाजारी रोकने के लिए राज्य के कई जिलों में शुक्रवार को एक साथ छापामारी अभियान चलाया गया़ चार जिलाें में प्रशासन के स्तर पर चले इस अभियान में विभिन्न व्यापारियों के पास से 4533 क्विंटल दाल जब्त की गयी है़ इन व्यापारियों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा सात के तहत प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है़ रांची के पंडरा कृषि बाजार समिति स्थित दाल के दो व्यापारियों के पास से सर्वाधिक 2864 क्विंटल दाल जब्त की गयी है़ पंडरा स्थित लड्डू खेतान की दुकान से 960 और मारुति इंस्टेंट फूड फैक्टरी से 1904 क्विंटल दाल मिली है़.
बरही में कई गोदामें सील : रामगढ़ में बाजार समिति के अलावा शहर की कई दुकानों में छापामारी की गयी. जिला प्रशासन ने इन दुकानों से 1242 क्विंटल दाल जब्त की है़ गुप्ता ट्रेडर्स से सर्वाधिक 401 क्विंटल, गर्ग ट्रेडर्स से 235 क्विंटल, ओम से 124 क्विंटल, पूजा गल्ला भंडार से 197 क्विंटल दाल जब्त की गयी है़ जब्त दाल के कागजात की जांच वाणिज्य कर विभाग भी कर रहा है़ हजारीबाग के बरही में 411 क्विंटल दाल बरामद की गयी़ सत्यम ट्रेडर्स व समृद्धि ट्रेडर्स (दोनों के यहां 261 क्विंटल) और मां जगदंबा ट्रेडर्स के यहां से 150 क्विंटल दाल मिली है़ प्रशासन ने सभी गोदामों को सील कर दिया है़.
गढ़वा में तीन व्यापारियों को नोटिस : चतरा में भी जिला प्रशासन ने छापामारी अभियान चलाया़ कई दुकानों में दाल के स्टॉक की जांच की गयी़ जांच के दौरान किसी भी दुकान से गड़बड़ी नहीं मिली़ गढ़वा में भी प्रशासन ने अभियान चलाया़ विभिन्न व्यापारियों के गोदामों में स्टॉक पंजी की जांच की गयी. स्टॉक रजिस्टर नहीं मिलने और खरीदारों को दिये जानेवाले बिल की कॉपी नहीं दिखाने पर तीन व्यापारियों को नोटिस जारी किया गया है़ रंका बाजार में पांच दुकानों से करीब 16 क्विंटल दाल जब्त की गयी है़
कार्रवाई क्यों
दाल की कीमतों में आयी उछाल के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों को आवश्यक वस्तु अधिनियम में सुधार कर उन्हें दालों के भंडारण की सीमा तय करने का अधिकार दे दिया़ केंद्र के निर्देश के बाद राज्य सरकारों ने अपने स्तर से कार्रवाई शुरू कर दी़ दालों की जमाखोरी कर रहे व्यापारियों के यहां छापामारी अभियान शुरू किया गया़
कहां से कितनी दाल जब्त
जिला जब्त दाल
रांची 2864
रामगढ़ 1242
हजारीबाग 411
गढ़वा 16
स्टॉक में रखे 2864 क्विंटल दाल जब्त
दलहन की कालाबाजारी रोकने के लिए जिला प्रशासन ने पंडरा कृषि बाजार समिति स्थित दो दाल व्यापारियों के यहां छापेमारी की. एसडीअो अमित कुमार के नेतृत्व में दल ने कुल 2864 क्विंटल दाल जब्त किये.
दोनों व्यापारियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जब्त दाल की खुदरा बाजार मूल्य लगभग पांच करोड़ रुपये आंकी गयी है. जानकारी के अनुसार एसडीअो को गुप्त सूचना मिली कि पंडरा के व्यापारियों ने दाल का नियम विरुद्ध स्टॉक जमा कर रखा है, जबकि बाजार में दाल के मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि है. इसके बाद एसडीअो ने टीम का गठन कर दशहरा के दिन ही पंडरा स्थित लड्डू खेतान की दुकान में छापेमारी की और 960 क्विंटल दाल जब्त किया. इसके बाद टीन ने पंडरा में ही मारुति इंस्टेंट फूड फैक्टरी में भी छापेमारी की और 1904 क्विंटल दाल जब्त किया. इसके मालिक विजय अग्रवाल हैं. छापेमारी की सूचना मिलते ही पंडरा बाजार में हड़कंप मच गया. एसडीअो ने लड्डू खेतान व विजय अग्रवाल के विरुद्ध थाने में आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा सात के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी है. उल्लेखनीय है कि दाल की कीमत में भारी वृद्धि को देखते हुए देश भर में दाल व्यापारियों व फैक्टरी में छापामारी अभियान चलाया जा रहा है.
चेंबर ने की आपत्ति
स्टॉक सीमा निर्धारित नहीं, प्राथमिकी गलत
रांची. फेडरेशन चेंबर ने व्यापारियों को स्टॉक सीमा की जानकारी देने का आग्रह किया है. खाद्य सचिव विनय चौबे से मुलाकात के दौरान चेंबर ने कहा कि सरकार की ओर से कोई स्टॉक सीमा निर्धारित नहीं की गयी है. मिलों में छापेमारी कर प्राथमिकी दर्ज करना व्यावहारिक नहीं है. चेंबर का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष पवन शर्मा के नेतृत्व में उनसे मिलने गया था. सचिव से मुलाकात चेंबर ने आग्रह किया कि व्यवसायी प्रतिनिधियों को बुला कर विभाग की ओर से जानकारी उपलब्ध करानी थी. चेंबर के अनुसार मिलों में मटर, चना, बेसन-सत्तू को दलहन से हटा कर दाल की श्रेणी में लाना उचित नहीं है. चेंबर ने व्यवसायियों को तय स्टॉक सीमा के अंदर स्टॉक रखने की बात कही. इस मामले में श्री चौबे ने कहा कि किसी भी तरह की गलत कार्रवाई विभाग की ओर से नहीं की जायेगी. प्रतिनिधिमंडल में उपाध्यक्ष कुणाल अजमानी, चेयरमैन शंभु गुप्ता, हरि कनोडिया, विजय परशुरामपुरिया व योगेंद्र पोद्दार शामिल थे.