रांची: कोल इंडिया के पुनर्गठन के लिए अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार करनेवाली कंपनी 28 अक्तूबर को रांची आ रही हैं. कोल इंडिया ने इंग्लैंड की डियोलाइट कंपनी को पुनर्गठन के लिए रिपोर्ट बनाने का जिम्मा दिया है. टीम के सदस्य दो नवंबर तक रांची में रहकर सीसीएल और सीएमपीडीआइ का अध्ययन करेंगे.
टीम के आने की सूचना मिलने के बाद मजदूर संगठनों ने विरोध करने का निर्णय लिया है. एनसीओएआइ (सीटू) ने गुरुवार को सीसीएल मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में मजदूर संगठनों की बैठक बुलायी है.
इसमें विरोध की रणनीति पर विचार किया जायेगा. कोल इंडिया की सभी कंपनियों को अलग-अलग करने का प्रस्ताव है. पूर्व में भी टीएल शंकर कमेटी ने सीएमपीडीआइ को कोल इंडिया से अलग करने की रिपोर्ट बनायी थी. कोयला मंत्रलय का मानना है कि सभी कंपनियों को अलग-अलग करने से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. इससे उत्पादन बढ़ेगा.