रांची : राजधानी में डेंगू का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ रहा है. शहर के सबसे प्रमुख अस्पताल रिम्स में डेंगू के अब तक 80 से अधिक मामले आ चुके हैं. डेंगू की बढ़ती बीमारी को देखते हुए सरकार के स्तर से भी लोगाें को निर्देश दिया जा रहा है कि लोग मक्खी-मच्छरों से बच कर रहें. […]
रांची : राजधानी में डेंगू का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ रहा है. शहर के सबसे प्रमुख अस्पताल रिम्स में डेंगू के अब तक 80 से अधिक मामले आ चुके हैं. डेंगू की बढ़ती बीमारी को देखते हुए सरकार के स्तर से भी लोगाें को निर्देश दिया जा रहा है कि लोग मक्खी-मच्छरों से बच कर रहें.
घर के आसपास जलजमाव न होने दें, साथ ही रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. इधर, राजधानी में प्रतिदिन डेंगू के चार से पांच मामले सामने आ रहे हैं. परंतु डेंगू पर रोकथाम को लेकर नगर निगम उदासीन बना हुआ है. मक्खी-मच्छरों की संख्या में वृद्धि न हो, इसके लिए निगम के पास जो फॉगिंग मशीनें हैं, वे भी केवल बकरी बाजार में खड़े-खड़े शो पीस बन कर रह गयी है.
नगर निगम की 24 में से 12 मशीनें हैं खराब
प्रभात खबर द्वारा रविवार को जब बकरी बाजार स्टोर में जाकर फॉगिंग मशीनों का जायजा लिया गया, तो पाया गया कि छोटी-मोटी गलियाें में फॉगिंग की जानेवाली 10 मशीनों में से नौ खराब पड़ी हैं. वहीं तीन बड़ी फॉगिंग मशीनाें में से भी दो खराब है. वहीं ऑटो से फॉगिंग करनेवाली मशीनों में 11 में से एक खराब है. अभी वर्तमान में निगम के 24 में से केवल 12 मशीन से ही फॉगिंग की जा रही है. इस बाबत स्टोर इंचार्ज ओंकार पांडेय कहते हैं कि छाेटी-मोटी खराबी मशीनाें में आती रहती है.
निगम के दावों पर जनता उठा रही है सवाल
नगर निगम यह दावा कर रहा है कि वह नियमित रूप से फॉगिंग करवा रहा है. वहीं शहर की जनता निगम के इस दावे को झुठला रही है. लोगों का कहना है कि फॉगिंग मशीनें केवल वीवीआइपी इलाके तक ही सीमित है. गली-मोहल्ले में तो इन मशीनों के दर्शन भी नहीं होते.